कथा व्यथा को हर लेती है- आचार्य दिनेश मिश्र, डबरी पारा मे भागवत कथा का आयोजन,उमड़ रहे हैं श्रद्धालु…
मनीष यादव।।भैयाथान।। विकासखंड भैया थान के ग्राम पंचायत सोनपुर शि के डबरी पारा मे सार्वजनिक संगीतमय भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन 11 मार्च से प्रारंभ होकर 19 मार्च को पूर्णाहुति के साथ संपन्न होगा। श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक आचार्य दिनेश मिश्र ने सातवें दिन श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग सुनाया। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग को एकाग्रता से सुना। श्रीकृष्ण-रुक्मणि का वेश धारण किए बाल कलाकारों पर श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह उत्सव के दौरान मंगल गीत भी गाया गया। प्रसंग में आचार्य ने कहा कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी की अवतार थी। रुक्मणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्री-कृष्ण के रूप, सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो उसने मन ही मन श्रीकृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया। रुक्मणी का बड़ा भाई रुक्मी श्रीकृष्ण से शत्रुता रखता था और अपनी बहन का विवाह चेदिनरेश राजा दमघोष के पुत्र शिशुपाल से कराना चाहता था। रुक्मणी को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने पत्र लिखकर श्रीकृष्ण के पास अपना परिणय संदेश भिजवाया। आचार्य ने आज के परिपेक्ष्य में कहा कि कथा व्यथा को हर लेती है मन के बुराईयों को निकाल देती है। इसलिए कथा पियो और जियो अर्थात जब तक जियो तब तक पियो।
यह धर्म शुद्धि अभियान निरंतर चलते रहना चाहिए।लेकिन कथा का व्यापार नहीं होना चाहिए भागवत खरीदना बेचना नरकदायनी है। भागवत आरती श्री सिद्धिविनायक पूजा समिति डबरी पारा के द्वारा, जाप का कार्य मनोज महाराज व परायण कर्ता गोविंद चंद्र पुरी ने किया। इस दौरान हजारों की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु व ग्राम वासी मौजूद रहे।