छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने पूछा- कोरोना निगेटिव होने के कितने दिन बाद लगेगा टीका? गाइडलाइन स्पष्ट नहीं

छतीसगढ़।। पंचायत समीक्षा ।। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के स्तर पर तैयारियां जारी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वैक्सीनेशन के तैयारियों की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने टीकाकरण से जुड़ी शंकाओं पर सवाल पूछे।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर का वैक्सीनेशन होना है। इसके लिए उनका पंजीयन किया गया है। अब इनमें से कई स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। यह स्पष्ट गाइडलाइन नहीं दी गई है कि कोरोना निगेटिव होने के कितने दिनों बाद उन्हें टीका दिया जा सकता है।

14 दिन से तीन महीने तक की बात कही जा रही है, लेकिन इसमें स्पष्टता नहीं है। सिंहदेव ने इसके लिए स्पष्ट गाइडलाइन जारी करने की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने वास्तविक वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले गाइडलाइन जारी हो जाने का भरोसा दिलाया।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, ड्राई रन के दौरान पिनकोड की समस्या भी देखने में आई है। उन्होंने बताया, कोविन एप में एंट्री के लिए पिनकोड अनिवार्य किया गया है। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही नया जिला बना है। उसका अलग पिनकोड नहीं बना है। ऐसे में वहां के लिए दूसरे तरह की व्यवस्था करनी होगी।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय मंत्री को आज और कल हो रहे ड्राई रन की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया, प्रदेश के 21 जिलों में यह ड्राई रन होना है। इसमें दूर-दराज का केंद्र भी शामिल है।

बाद में संवाददाताओं से चर्चा में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, यह पूरी प्रक्रिया मतदान की तरह होनी है। टीका उन्हीं को लगेगा जिसका नाम सूची में होगा। लोगों में यह भ्रम न फैले की टीका सभी के लिए है, उसकी व्यवस्था की जा रही है। बूथों पर सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए भी गृह मंत्री और पुलिस विभाग से बात की गई है।

सुदूर जंगलों के लिए हेलिकॉप्टर भी मांगा

टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया, सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में आवागमन की बड़ी असुविधा है। ऐसे क्षेत्रों में चुनाव के दौरान भी हेलिकॉप्टर की व्यवस्था करनी पड़ती है। वैक्सीनेशन के दौरान भी इसकी सुविधा मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया, ड्राई रन के दौरान सुकमा और कोंटा जिले में मोबाइल कनेक्टिविटी की दिक्कत सामने आई। ऐसे में कोविन एप में एंट्री की वैकल्पिक गाइडलाइन आनी चाहिए।

मंत्रियों ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन पर प्रजेंटेशन देखा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने राज्यों के मंत्रियों को एक प्रजेंटेशन दिखाया । यह भारत में अनुमति पा चुकी कोविशिल्ड और कोवैक्सीन पर केंद्रित था। प्रजेंटेशन में दोनों वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावी बताया गया। अधिकारियों ने मंत्रियों की शंकाओं का समाधान करने की कोशिश की।

By विनय शुक्ला

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