पाकिस्तान को आई अक्ल,100 वर्षों तक भारत से नहीं करेगा बैर…

नई दिल्ली।। पाकिस्तान ने अपनी नई सुरक्षा नीति में कहा है कि वो भारत के साथ किसी तरह की दुश्मनी नहीं रखना चाहता है. सुरक्षा नीति में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते चाहता है. इस राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में पड़ोसी देशों के साथ शांति और आर्थिक कूटनीति पाकिस्तान की विदेश नीति के केंद्र में होगी. पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, एक अधिकारी ने नई सुरक्षा नीति को लेकर पत्रकारों को मंगलवार को ब्रीफ किया. अधिकारी ने बताया कि 100 पन्नों की सुरक्षा नीति में कहा गया है कि लंबे समय से चले आ रहे कश्मीर विवाद के अंतिम समाधान के बिना ही भारत के साथ व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों के लिए पाकिस्तान की तरफ से रास्ते खुले हैं, बशर्ते कि दोनों परमाणु-संपन्न पड़ोसियों के बीच बातचीत में प्रगति हो।

अधिकारी ने कहा, ‘हम अगले 100 वर्षों के लिए भारत के साथ शत्रुता नहीं चाहते हैं. नई नीति पड़ोसियों के साथ शांति चाहती है. अगर बातचीत में प्रगति होती है तो भारत के साथ व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों को सामान्य करने की संभावना होगी जैसा कि पहले हुआ था.’ अगस्त 2019 में भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था. पाकिस्तान ने भारत के इस कदम की प्रतिक्रिया में राजनयिक संबंधों को कमजोर कर दिया था और भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित कर दिया था. उसके बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत लगभग ठप है।

पिछले साल फरवरी में दोनो देशों के रिश्ते सुधरने की कुछ उम्मीदें थीं जब दोनों देश नियंत्रण रेखा (LOC) पर संघर्ष विराम को बहाल करने के लिए सहमत हो गए थे लेकिन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी. ट्रिब्यून के मुताबिक, पाकिस्तान की नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति जियो-स्ट्रेटेजिक से लेकर जियो-इकोनॉमिक्स तक, पाकिस्तान के दृष्टिकोण में बदलाव चाहती है. भारत के साथ रिश्तों के शुरुआत की बात करना भी एक उम्मीद जगाती है।

पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा, ‘आर्थिक सुरक्षा नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का केंद्रीय विषय होगा. इसी तरह, आर्थिक कूटनीति और पड़ोसियों के साथ शांति देश की विदेश नीति का केंद्रीय विषय होगा. साथ ही पाकिस्तानी अधिकारी ने ये भी कहा कि जियो-इकोनॉमिक्स का मतलब ये नहीं है कि हम अपने रणनीतिक और राजनीतिक हितों की अनदेखी करेंगे. अधिकारी ने जोर देकर कहा, भारत के साथ लंबे समय से कश्मीर विवाद को पाकिस्तान के लिए एक ‘महत्वपूर्ण राष्ट्रीय नीति’ का मुद्दा माना गया है.’

अधिकारी ने स्पष्ट किया कि भारत की मौजूदा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत भारत के साथ तालमेल की कोई संभावना नहीं है. प्रधानमंत्री इमरान खान शुक्रवार को नई सुरक्षा नीति का औपचारिक रूप से शुभारंभ करेंगे. अधिकारी के अनुसार, यह पहली बार संहिताबद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा नीति होगी जो आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ विदेश नीति दोनों को कवर करेगी. राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का केवल एक हिस्सा सार्वजनिक किया जाएगा. बाकी दुनिया में ऐसी नीतियों को अक्सर गोपनीय रखा जाता है।

अधिकारी ने कहा कि हालांकि पाकिस्तान के पास रक्षा, विदेश और आंतरिक नीतियां हैं, नई नीति भविष्य के लिए दिशा प्रदान करने वाले ‘अंब्रेला डॉक्यूमेंट’ के रूप में काम करेगी. इस नीति को तैयार करने में सात साल का समय लगा है. तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने 2014 में इसे शुरू किया था. अधिकारी ने बताया कि नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को बनाने में सभी संघीय, प्रांतीय संस्थानों के साथ-साथ सैन्य और अन्य विभागों से इनपुट लिए गए हैं।

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