पागलखाने में इलाज की नसीहत पर विधायक बृहस्पत की चुटकी, देखें क्या कहा…

बलरामपुर।।एसडीएम व तहसीलदार के लापता होने संबधी विधायक द्वारा जारी वायरल पोस्ट के बाद बलरामपुर जिले में राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। पूर्व गृहमंत्री व राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम द्वारा विधायक बृहस्पत सिंह को पागलखाने में इलाज कराने की नसीहत देने के अगले दिन ही विधायक ने नेताम के खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। नेताम के धोती-कुर्ता पहने तस्वीर के साथ जारी इस पोस्ट में विधायक ने जनता के प्रति आभार जता कहा कि क्षेत्र की जनता ने नेताम को सूट -बूट से पारंपरिक वेशभूषा में ला दिया है।

बीते दिनों जिला मुख्यालय बलरामपुर में किसानों की समस्या को लेकर भाजपा का विरोध प्रदर्शन था। राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम इस प्रदर्शन में धोती-कुर्ता पहन कर शामिल हुए थे। अधिकारियों के लापता होने संबधी सूचना इंटरनेट मीडिया में वायरल करने को लेकर पूछे गए सवाल का जबाब देते हुए नेताम ने कहा था कि विधायक बृहस्पत सिंह अपनी ही सरकार की फजीहत करवा रहे है। उनके कृत्य से अधिकारियों के मनोबल पर असर पड़ेगा।

उनके परिवार के सदस्य क्या सोचते होंगे?उन्होंने विधायक बृहस्पत सिंह को पागलखाने में उपचार कराने की नसीहत दे दी थी। नेताम के बयान पर विधायक ने फिर पलटवार किया है। विधायक ने नेताम को लेकर इंटरनेट मीडिया पर फिर एक पोस्ट किया। विधायक ने नईदुनिया से कहा है कि रामविचार नेताम 25 वर्षों से विधायक और मंत्री रहे हैं। यही नहीं उसके बाद राज्यसभा सदस्य भी है। भाजपा के अच्छे राष्ट्रीय नेता भी हैं, इसके बाद भी संस्कारित शब्द इनके मुंह से नहीं निकलते। पहले तो बोलना सीखें।

किसान रैली में अभद्र बयान देना इनके मानसिकता को दर्शाता है। हमे ऐसा लगता है कि इसलिए भाजपा संगठन ने इन्हें हटा दिया है। बृहस्पत सिंह ने अपने बयान में कहा है कि यह अपने राजनीतिक जिंदगी में गुंडागर्दी ,भय और आतंक की राजनीति किए हुए हैं। इन्हें तो अब सुधार गृह में भेजना चाहिए। किसान रैली के दौरान रामविचार नेताम धोती—कुर्ता पहने हुए हैं हमें तो आश्चर्य होता है कि कभी अपने जिंदगी में धोती कुर्ता नहीं पहनने वाला इंसान कैसे पहन लिया? यह तो पूजा पाठ में भी नहीं पहनते।

यहां तक की जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के अंतर्गत रामपुर में होने वाली गणेश महायज्ञ में भी सूट बूट पर ही रहे। इन्हें तो अब नौटंकी ग्रुप में भी दाखिल हो जाना चाहिए। सूट-बूट वालों की कभी सरकार थी। जनता ने इनका जनाधार छीन लिया है। राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने कहा कि हमें इस संबंध में कुछ नहीं कहना है हमारे कार्यकर्ताओं से बात कर ले।

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