पुलिस विभाग के गुंडई रवैये से ग्रामीण परेशान…

सुरजपुर //पंचायत समीक्षा ।। जिले के पुलिस महकमा आय दिन विवादों से मानो पुराना नाता हो। पुलिस के कार्य शैली पर लग़ातार आरोप लगते ही रहते है। इसी कड़ी में जिले के राष्ट्रीय अवार्ड विनिग पुलिस थाना झिलमिली में लंबे समय से अवैध कोयला का कारोबार पुलिस के संरक्षण में फल फूल रहा है।

अवैध कोयला को लेकर पुलिस व स्थानीय ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई और पुलिस ने वर्दी फाड़ने मारपीट करने ट्रेक्टर, व पुलिस वाहन में आग जनी करने तोड़ फोड़ करने का गम्भीर आरोप 7 स्थानीय ग्रामीणों पर लगाई है। जिसमें से बड़सरा सरपंच सहित पांच आरोपी को गिरफ्तार 6 जनवरी को किया हैं।

सरपंच समेत अन्य लोगों को पुलिस द्वारा बगैर जांच किए थाना में बैठ कर अपराध दर्ज करने को लेकर स्थानीय ग्रामीण महिला, पुरूष समेत सैकड़ो की संख्या में सँयुक्त कलेक्ट्रेड में का घेराव करके सड़क पर बैठ गए और सरपंच को रिहा करने की मांग है।

स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि बड़सरा सरपंच जग नारायण सिंह से झिलमिली पुलिस थाना के प्रभारी चित्र लेखा साहू से पहले से एक शराब की कार्यवाही को लेकर थाना प्रभारी द्वारा टारगेट बनाकर रखी थी। कि कभी ना कभी किसी मामले में फंसाने की धमकी दे रखी थी। पुराने रंजिश को लेकर पुलिस द्वारा मनगड़ंग कहानी बना कर पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है।

img 20210107 wa00482407865176485407298 console corptech

स्थानीय ग्रामीणों की माने तो 5 जनवरी को घटना के दिन सहायक उप निरीक्षक लवकुश राजवाड़े, प्रधान आरक्षक हितेश्वर राजवाड़े, आरक्षक नीलेश जायसवाल, भीमेश आर्मो, सैनिक भूपेंद्र दुबे बक्सर जंगल मे गए हुए थे। जहां अवैध कोयला का कारोबार पुलिस करवाने गई थी। जिसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों को लगी। मौके पर ग्रामीण पहुँच कर विरोध करने लगे। तभी पुलिस वर्दी धौश दिखाकर ग्रामीणों से मारपीट करने लगी। मामले को बढ़ते देख पुलिस ने अपने वर्दी खुद फाड़ कर अपने वाहन को तोड़ फोड़ की। और अवैध कोयला से भरे ट्रेक्टर को आग लगाने लगी।

इस दौरान भारत सिंह के घर बड़सरा सरपंच नारायण सिंह को एक पालतू सुवर के चोरी की बात कह पुलिस द्वारा भारत सिंह के द्वारा मौके पर बुलाया गया। जबकि सरपंच द्वारा किसी तरह से कोई मारपीट नही की गई थी। ग्रामीणों ने यहां तक कहा कि पुलिस द्वारा कोयला का अवैध कारोबार खड़े होकर करवाती है।

पुलिस द्वारा सरपंच समेत पांच आरोपी को 6 जनवरी को गिरफ्तार की थी। इस दौरान पुलिस ने वर्दी का रौब दिखाते हुए बक्सर निवासी भारत सिंह की बेदम पिटाई कर दी। पुलिस के मार से भारत सिंह की तबियत काफी बिगड़ चुकी है। जिसके कंधे समेत गर्दन में काफी चोट लगी है। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने पीड़ित बनकर अपराध कायम किया है। जिसमें लिखा है कि सहायक उप निरीक्षक लवकुश राजवाड़े, प्रधान आरक्षक हितेश्वर राजवाड़े, आरक्षक नीलेश जायसवाल, भीमेश आर्मो, सैनिक भूपेंद्र दुबे को अपराध विवेचना एवं जुर्म जरायम पतासाजी के लिए रवाना किया गया था जो फोन द्वारा सूचना दिये कि बस्कर जंगल में अवैध रूप से कोयला रखा हुआ था जिसकी मुखबीर की सूचना पर कार्यवाही करने के लिए शासकीय वाहन D CG 03 4433 के ग्राम खाडापारा , डालाबहरा की ओर रवाना हुआ था। जो ग्राम भ्रमण दौरान जरिये मुखबीर सूचना मिला की ग्राम बस्कर के जंगल में गौठान के पास लावरिस हालत मे कोयला रखा है कि सूचना तस्दीक एवं कार्यवाही के लिए ट्रेक्टर व लेबर रामाधीन बंजारे , नन्दू यादव , पंचू बंजारे के साथ ग्राम बस्कर के गौठान के समीप तलाब के पास पहुंच कर देखे तो लावरिस हालत में कोयला पड़ा था कुछ देर में वहां पर जगनारायण सिंह , जयप्रकाश , मोहन सिंह , भारत सिंह , प्रदीप सिंह हाथ में डण्डा लेकर एवं वलजीत , सुनम प्रताप आने हाथ में टांगी लेकर पहुंचे और सामने खड़े होकर गाली गलौच करने लगे।

खिचातानी कर बर्दी फाड दिया मारपीट से भीमेश का दहिना हाथ पर चोट लगा है। स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर हम सभी जंगल की और भाग गये और जंगल में छुपकर मोबाईल से थाना में सूचना दिये । इसी दौरान जाग्नारायण , जायप्रकाश , मोहन सिंह , भारत सिंह , बलजीत सिंह , सुनम प्रताप और प्रदीप सिंह शासकीय वाहन के बैक लाईट , मेडगार्ड , बम्फर को डण्डा से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिये है। घटना को पुलिसवालों के अलावा ट्रेक्टर के ड्राईवर शिवम सिंह , लेबर रामाधीन बंजारे , पंचू बजारे , नन्दू यादव एवं गवाह शातनू सिंह मौके पर मौजूद थे। पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 186, 332, 353, 435, 294, 506, 323, 427, 120(b) सहित अन्य धारा लगाकर पांच आरोपी को गिरफ्तार किया है तो वहीं दो आरोपी फरार है।

इस सम्बंध में सुरजपुर पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने कहा कि ग्रामीणों का आरोप निराधार है। ऐसा कुछ नही हुआ है। सभी पुलिस को फंसाने का कार्य किया जा रहा है। हमारे द्वारा किसी भी मामले त्वरित संज्ञान में लेकर कार्यवाही की जाती है।

By पंचायत समीक्षा

Leave a Reply