रिश्वत में अस्मत मांगने वाला ACP जेल भेजा गया… पढ़िए क्या है पूरी खबर

जयपुर।।बलात्कार केस की जांच के बहाने 30 साल की पीड़िता से अस्मत मांगने वाले ACP कैलाश बोहरा को कोर्ट ने 26 मार्च तक जेल भेज दिया। सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उपाधीक्षक मानवेंद्र सिंह चौहान की अगुवाई में दोपहर 3 बजे कैलाश बोहरा को मिनी सचिवालय स्थित एसीबी कोर्ट में पेश किया। इससे पहले सुबह मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह विभाग में ऑफिस खुलने के पहले ही बोहरा के निलंबन आदेश जारी कर दिए थे।

दोपहर में विधानसभा में मंत्री शांति धारीवाल ने बोहरा को पुलिस सेवा से बर्खास्त किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बोहरा का प्रकरण रेयरेस्ट ऑफ रेयर मामला है। बोहरा को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। किसी भी वक्त बर्खास्तगी के आदेश निकल सकते हैं।

अलग से बैरक व खानपान की गुहार

आरोपी अफसर बोहरा के वकील संदीप लुहाड़िया ने बताया कि हमने कोर्ट से दो गुहार लगाई है। पहली यह कि बोहरा ने पुलिस सेवा में कई आपराधिक मुकदमों में जांच कर बदमाशों को जेल भिजवाया है। ऐसे में उन्हें अलग बैरक में रखा जाए। ताकि उनकी जान को खतरा नहीं हो। दूसरी, बोहरा कोरोना वायरस से संक्रमित रहे हैं। ऐसे में डॉक्टरों द्वारा बनाए गए डाइट चार्ट के मुताबिक उनको खानपान की सुविधा जेल में मिले।

बचाव पक्ष में वकील ने कहा: ऑफिस में अन्य स्टॉफ भी मौजूद था, एसीपी अकेले नहीं थे

एडवोकेट संदीप लुहाड़िया ने बचाव में कहा कि ट्रेप की कार्रवाई के पहले एसीपी कैलाश बोहरा अकेले नहीं थे। वहां कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। विधानसभा सत्र चालू रहने से वहां अन्य स्टाफ भी मौजूद था। जिस मुकदमे में पीड़िता ने अस्मत का मांगने का आरोप लगाया है। उसमें फरार आरोपी की नामजद बहन को फरवरी माह में गिरफ्तारी हो चुकी है। लुहाड़िया के मुताबिक, एसीपी अपनी जांच में युवती के आरोपों को प्रमाणित मान चुके थे। इसके बाद जवाहर सर्किल थाने को एसीपी द्वारा फरार आरोपी को गिरफ्तार करने की बात लिखी गई। उनकी दलील थी षड़यंत्र के तहत कैलाश बोहरा को फंसाया जा रहा है।

रविवार को डीसीपी कार्यालय में पीड़िता से छेड़छाड़ का है आरोप

RPS कैलाश बोहरा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के पूर्व जिले में महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में सहायक पुलिस आयुक्त थे। डीसीपी ईस्ट के ऑफिस में ग्राउंड फ्लोर पर उनका ऑफिस बना हुआ था। एसीबी के मुताबिक युवती की शिकायत पर रविवार को पीड़िता के साथ बोहरा को उनके ऑफिस में आपत्तिजनक हालत में पकड़ा था।

पहले 50 हजार रुपए मांगे, फिर अस्मत की डिमांड

30 साल की पीड़िता ने 6 मार्च को ACB में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें बताया था कि उसने एक युवक के खिलाफ जयपुर के जवाहर सर्किल थाने में शादी का झांसा देकर बलात्कार करने, धोखे से जयपुर से बाहर ले जाकर गर्भपात करवाने सहित तीन मुकदमे दर्ज करवाए थे। इसकी जांच कुछ दिनों पहले एसीपी कैलाश बोहरा को सौंपी गई थी।

पीड़िता युवती का आरोप है कि मुकदमे में कार्रवाई कर मदद के लिए पहले कैलाश बोहरा ने 50 हजार रुपए की रिश्वत ली। इसके बाद रिश्वत में अस्मत की मांग की। काफी दबाव भी डाला गया। फोन पर आपत्तिजनक बात की। रविवार को एसीपी कैलाश बोहरा ने युवती को अपने ऑफिस बुलाया। जहां कमरे में ले जाकर छेड़छाड़ शुरू कर दी, तभी एसीबी टीम ने उनको पकड़ लिया।

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