सरगुजा:चाचा-भतीजा मर्डर केस, पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार

सरगुजा।।लुचकी घाट में लावारिस रूप से मिले सड़ी-गली शव की शिनाख्त हो गई है. पोस्टमॉर्टम कराने जा रही पुलिस टीम के पास रायगढ़ एसडीओपी ने फोन कर डबल मर्डर का खुलासा किया. मृतक ट्रक का क्लीनर था. क्लीनर का अपहरण कर हत्या के बाद शव को लुचकी घाट के जंगल में फेंक दिया गया था, जबकि मृतक के चाचा ट्रक चालक की हत्या कर रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ क्षेत्र के एक तालाब में फेंक दिया गया था।

पुलिस ने जानकारी दी कि पूरा मामला सरिया लोडेड ट्रक की लूट से जुड़ा हुआ है. अज्ञात लोगों ने ढाबे के पास से पहले चाचा-भतीजे का अपहरण किया और फिर पहले चालक की हत्या की और बाद में भतीजे को मारकर फेंक दिया. आरोपी सरिया लोडेड ट्रक लेकर निकल गए. सरिया को वाड्रफनगर क्षेत्र में बेचने के बाद ट्रक को यूपी के चोपन में छोड़कर फरार हो गए. रायगढ़ और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है, जबकि अभी और आरोपियों की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

रविवार सुबह शहर से सटे कोतवाली थाना इलाके के लुचकी घाट पर मवेशी चराने गए कुछ ग्रामीणों की झाड़ियों में पड़े एक अर्धनग्न सड़े-गले लाश पर नजर पड़ी थी. गांव के चौकीदार मनबोध सुरेन और केवल राम ने इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर शिनाख्त के लिए शव को मर्च्युरी में रखवा दिया था. शव सड़ चुका था, इसलिए पुलिस उसका पोस्टमॉर्टम कराने जा रही थी. रविवार को ही पोस्टमॉर्टम कराने के दौरान सरगुजा पुलिस के पास रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ पुलिस के एसडीओपी का फोन आया था।

सरिया लेकर निकले थे दोनों

धरमजयगढ़ पुलिस अन्य अज्ञात शव की जानकारी ले रही थी. ऐसे में जब सरगुजा पुलिस ने उन्हें बताया कि यहां एक युवक का सड़ा-गला शव मिला है, तो उन्होंने रायगढ़ से मृतक के परिजन को इसकी शिनाख्त के लिए भेजा था. सरगुजा पहुंचे मृतक के परिजन ने शव की पहचान उत्तरप्रदेश के बभनी थाना अंतर्गत ग्राम बढोर के रहने वाले मजारे आलम के रूप में की. मजारे आलम ट्रक का क्लीनर था और वह अपने चाचा ट्रक चालक नजीर अहमद के साथ 19 जनवरी को रायगढ़ से सरिया लेकर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर अदलहाट जाने के लिए निकला था, लेकिन दोनों कई दिनों बाद भी मिर्जापुर नहीं पहुंचे।

मालिक ने परिजनों से साधा संपर्क

ट्रक चालक नजीर अहमद और क्लीनर मजारे आलम सरिया लेकर उत्तर प्रदेश नहीं पहुंचे. ट्रक मालिक ने मृतकों के परिजन से सम्पर्क किया. मालिक को शक था कि चाचा- भतीजा सरिया समेत ट्रक लेकर फरार हो गए हैं. ट्रक मालिक ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी. परिजन भी उनकी तलाश कर रहे थे, लेकिन 20 जनवरी को धरमजयगढ़ के एक तालाब में नजीर अहमद का शव मिला था, जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी थी. इस बीच पुलिस को उत्तरप्रदेश के चोपन से ट्रक भी मिल गया था।

अपहरण के बाद हत्या

चालक की मौत और ट्रक मिलने के बाद धरमजयगढ़ और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने जांच के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया. पूछताछ करने पर डबल मर्डर का खुलासा हुआ. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने कबूल किया कि 19 जनवरी को ट्रक लेकर उत्तरप्रदेश जा रहे नजीर अहमद और मजारे आलम धरमजयगढ़ के साहू ढाबा में खाना खाने के लिए रुके थे, जिनका 5 से 6 लोगों ने मिलकर अपहरण कर लिया. पहले नजीर अहमद की हत्या की और शव को तालाब में फेंकने के बाद क्लीनर मजारे आलम के साथ सरिया लोड ट्रक लेकर फरार हो गए. लुचकी घाट में क्लीनर मजारे आलम की हत्या कर शव को फेंक दिया. आरोपियों ने सरिया ले जाकर वाड्रफनगर क्षेत्र में बेच दिया और ट्रक चोपन में छोड़कर फरार हो गए।

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