सरपंच व सचिव ने फर्जीवाड़ा कर निकाल ली इंदिरा आवास की राशि

बिलासपुर।।ग्राम पंचायत ढेका में फर्जीवाड़ा कर सरपंच व पंचायत सचिव ने हितग्राही के नाम से इंदिरा आवास योजना की राशि निकाली। दोषियों पर कार्रवाई के लिए पीड़ित ने न्यायालय में परिवाद दायर किया। न्यायालय के आदेश पर तोरवा पुलिस ने पंच, पंचायत सचिव और फर्जी हस्ताक्षर करने वाले ग्रामीण के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है। पंच और पंचायत सचिव को गिरफ्तार भी कर लिया गया है

तोरवा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि ढेका निवासी मालिक राम बघेल के नाम पर साल 2007 में इंदिरा आवास स्वीकृत हुआ था। पंचायत की ओर से उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई। सरपंच जीवन लाल यादव और सचिव विनोद यादव ने मिलकर गांव के मेवालाल से हस्ताक्षर लेकर मालिक राम के मकान के लिए जारी राशि को निकाल लिया। बाद में मालिक राम ने जनपद पंचायत में संपर्क किया तब पता चला कि उनके नाम पर 25 हजार रुपये इंदिरा आवास के खाते से निकाले गए हैं। इस पर उन्होंने जिला पंचायत और जनपद पंचायत में शिकायत की। जांच के बाद आरोपित सचिव विनोद यादव को निलंबित कर दिया गया। 

वहीं, हितग्राही को राशि नहीं मिल सकी। इस पर हितग्राही ने न्यायालय में परिवाद दायर किया। परिवाद पर न्यायालय ने आरोपितों के खिलाफ जुर्म दर्ज करने का आदेश दिया। इस पर तोरवा पुलिस ने आरोपित सरंपच, पंचायत सचिव और ग्रामीण मेवालाल के खिलाफ जुर्म दर्ज कर सरपंच व सचिव को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।

मध्य प्रदेश काम करने गया है आरोपित ग्रामीण

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सरपंच और सचिव ने मालिक राम के नाम स्वीकृत राशि को मेवालाल के हस्ताक्षर से निकाला है। इस पर पुलिस ने मेवालाल की तलाश की। इस दौरान पता चला कि मेवालाल काम करने के लिए इंदौर गया है। पुलिस उसके परिवार वालों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है।