स्वस्थ मंत्री टी एस सिंहदेव ने राज्य में कोवैक्सीन लगाने से किया इंकार, आखिर क्यों?

रायपुर।।छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए कोवैक्सीन लगाने से केंद्र सरकार को साफ इंकार कर दिया है। इस सिलसिले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को चिट्ठी लिखी है। पत्र में लिखा है कि कोवैक्सीन न भेजे, क्योंकि इसके तीसरे चरण का ट्रायल नहीं हुआ है।

इसलिए आग्रह है कि छत्तीसगढ़ को कोवैक्सीन की आपूर्ति करने के निर्णय पर पुनर्विचार करें ताकि जल्दी समाप्त होने वाली वैक्सीन खुराक बर्बाद न हो। ऐसे में करीब पौने दो लाख कोरोना टीका खराब होने के कगार पर है।

वैसे बता दें कि तीसरा ट्रायल 20 फरवरी को होना है। टीएस ने छत्तीसगढ़ में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान की जानकारी दी है। हाल यह है कि कोवैक्सीन की पौने दो लाख की खुराक पहुंच चुकी है, और यह अभी रखी हुई है। मई तक इसका उपयोग नहीं हुआ, तो यह खराब हो जाएगी। अब तक 67 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्करों को कोविशील्ड की खुराक दी जा चुकी है।

पत्र में यह लिखा: 16 जनवरी 2021 से छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में कोविड टीकाकरण अभियान चल रहा है, जिसमें हेल्थ केयर वर्कर्स टीकाकरण कर रहे हैं।

हमने अपने टीकाकरण कवरेज को और बेहतर बनाने के लिए अपने फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू किया है। टीम छत्तीसगढ़ द्वारा लगाए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप, अब तक कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक के साथ 1,67,852 से अधिक हेल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण किया जा चुका है, जो हमारे लक्ष्य का 61 फीसदी से अधिक है।

हमने मार्च के महीने में कोवैक्सीन वैक्सीन खुराक, कोवैक्सीन की 37,760 और 1,49,120 खुराक की संख्या प्राप्त की है। मैंने पहले ही कोवैक्सीन के उपयोग के संबंध में समुदाय के बीच चिंताओं को आपके साथ साझा किया है। हम कोवैक्सीन खुराक के साथ अपने लाभार्थियों का टीकाकरण करने से अधिक खुश होंगे, जब एक बार तीसरे चरण का परीक्षण हो जाए। परीक्षणों का परिणाम पूरा हो जाएगा और इसको साझा किया जाएगा। अभी तक कोवैक्सीन नहीं भेजें, क्योंकि टीके आमतौर पर आपातकालीन परीक्षण के तहत उपयोग करने योग्य नहीं होंगे। इसलिए उन्होंने आग्रह किया है कि छत्तीसगढ़ राज्य को कोवैक्सीन की आपूर्ति करने के निर्णय पर पुनर्विचार करें ताकि जल्दी समाप्त होने वाली वैक्सीन खुराक बर्बाद न हो।

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