स्वास्थ्य मंत्री का आईक्यू वैज्ञानिकों से ज्यादा-अजय चंद्राकर

रायपुर।। एक तरफ देशभर में कोरोना वैक्सीन की मारामारी मची है, दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में वैक्सीन को लेकर सियासी बवाल छिड़ा है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने तो दो टूक कह दिया है कि बिना थर्ड फेज का ट्रायल पूरा हुए प्रदेश में स्वदेशी को-वैक्सीन को लगाने की इजाजत नहीं दी जायेगी, हालांकि सीरम इंस्टीच्यूट की कोविशील्ड से वैक्सीनेशन जारी रहेगा।

इधर को-वैक्सीन पर स्वास्थ्य मंत्री के रूख पर बीजेपी हमलावर हो गयी है।पहले वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री को आड़े हाथों लिया है। रमन सिंह ने इसे चटूकारिता वाला निर्णय बताया है। केंद्र की हर योजना और हर निर्णय में कांग्रेस सरकार अड़ंगा लगाकर आखिर किसे खुश करना चाह रही है! क्या राहुल गांधी जी चाटुकारिता करने पर नम्बर ज्यादा देते हैं? जो सिंहदेवजी भी प्रदेश की जनता की जान से खिलवाड़ कर उन्हें खुश करने वैक्सीन तक का विरोध कर रहे हैं। अजय चंद्राकर ने अनूठे अंदाज में तंज कसते हुए कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री का आईक्यू किसी भी वैज्ञानिक से लगता है ज्यादा है। ट्वीट कर अजय चंद्राकर ने कहा है कि लुईस पाश्चर 19 वीं शताब्दी में पहला टीका (रेबीज) का खोजे थे, उसके बाद 21 वीं शताब्दी में माननीय सिंहदेव (मंत्री छत्तीसगढ़ कांग्रेस) जी पैदा हुए हैं, जो आई क्यू में दुनिया के किसी भी वैज्ञानिक से ज्यादा हैं ।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस आपका अभिनंदन करे, ऐसी अपेक्षा है। इससे पहले कल बृजमोहन अग्रवाल ने भी सिंहदेव के वैक्सीन पर रूख को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने मीडियो को दिये बयान में कहा था कि यह बहुत दुर्भाग्यजनक है, हमारे देश के विशेषज्ञों ने को वैक्सिन को इजाजत दी है, विश्व के 25 देश इसकी मांग कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बिना कैबिनेट के निर्णय हुए, उसका विरोध करें, तो इसे मुख्यमंत्री को संज्ञान में लेना चाहिए। मुख्यमन्त्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच जो दरार है, इसलिए स्वास्थ्य मंत्री अपने आप को आगे दिखाने के लिए इस तरह की बाते कर रहे हैं।

आपको बता दें कि इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने को वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को दो पत्र लिखा था, जवाब में हर्षवर्धन ने कहा था कि ये वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है, बावजूद स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने साफ कह दिया कि बिना थर्ड फेज का वैक्सीनेशन पूरा हुए इसे लगाने की इजाजत नहीं दी जायेगी। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि को-वैक्सीन की खेप लगेगी, लेकिन समय आने पर लगेगा, थर्ड फेज का ट्रायल पूरा होने के बाद वैक्सीन लगेगी, मैंने पत्र इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री को लिखा था, जिसका जवाब भी आया है। मैं कहना चाहता हूं कि कोविशील्ड के साथ कोई फार्म नहीं है, लेकिन को-वैक्सीन के साथ एक फार्म भरना पड़ता है, जिसमें ये लिखा है कि दो फेज के ट्रायल में ये वैक्सीन सक्सेस रही है।