हत्याकांड: 6 दिन पहले बच्ची का मनाया था जन्म दिन, भाई बोला- एक घंटे पहले आ जाता तो बहन जिंदा होती
मैं कुछ शाम को यहीं था, फिर खरोरा जाने के लिए निकल गया। अगर एक घंटे और यहीं रुक जाता तो मेरी बहन जिंदा होती। मैं उसके साथ ऐसा करने वालों को नहीं छोड़ता। 9 साल की बच्ची की हत्या करते वक्त भी उन दरिंदों के हाथ नहीं कांपे। इतना कहकर आकाश मनहरे का गला भर आया। आकाश, नेहा घृतलहरे के भाई हैं, जिसे शनिवार की रात हत्या के बाद बेड के कबर्ड में डाल दिया गया था। खमतराई थाना इलाके के सतनाम चौक के पास परिवार रहता था। नेहा पूर्व मंत्री दिवंगत डीपी घृतलहरे की बहू थीं, इस घटना में नेहा 9 साल की बेटी अनन्या उर्फ पीहू को भी मार दिया गया। 24 जनवरी के दिन पीहू का जन्म दिन मनाया गया था। महिला और बच्ची की हत्या जूते के लेस से गला घोंटकर की गई।
हम सब साथ ही थे, सब कुछ बस 1 से डेढ़ घंटे में घटा होगा
मृतका नेहा के भाई आकाश ने बताया कि शाम के वक्त हम सभी साथ ही थे। मेरी बहन मेघा भी नेहा के घर के पास ही रहती है। शाम को 6 बजे तक वो नेहा के साथ थी। फिर वो पास ही स्थित अपने रूम में चली गई। मैं भी कुछ काम से सिटी की तरफ गया था। करीब 7 से साढ़े 7 के दरम्यान लौटा तो देखा कि नेहा के घर पर ताला लगा है। वो फोन नहीं उठा रही थी। मेघा ने भी उसका फोन ट्राय किया मगर नहीं लगा। मैंने सोचा नेहा कहीं आस-पास ही गई होगी। मैं खरोरा चला गया मगर बहन मेघा से नेहा का हाल जानने को कह दिया था। मेघा लगातार उसका फोन ट्राय कर रही थी। मगर फोन बंद आ रहा था। लगभग साढ़े 8 बजे मेघा नेहा के घर दोबारा आई।
मेघा ने देखा कि दरवाजे पर ताला है मगर नेहा का स्कूटर, जूते चप्पल सब यहीं हैं। मेघा ने फोन पर ये बात आकाश को बताई। अजीब लगने पर आस-पास के लोग भी आ गए। नेहा के लापता होने की जानकारी पुलिस को दी गई। मेघा कुंडी तोड़कर अंदर गई तो कमरे में पलंग के पास नेहा का नंदोई डॉ आनंद और उसका साथी दीपक छिपे मिले। दोनों को शोर मचाकर मेघा ने पकड़ा। तब तक पुलिस आ गई। पुलिस ने कमरों की जांच की तो पलंग के अंदर नेहा और उसकी बेटी अनन्या की लाशें मिली। अब डॉ आनंद और दीपक से पूछताछ जारी है। हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। दरअसल, जब नेहा की बहन और भाई चले गए तब घर में आनंद और दीपक आए, इनके साथ आनंद का भाई अजय भी था। जो घटना के बाद से फरार हैं।
डॉ रमन बोले- शुरु हो गया है जंगलराज
इस घटना के बाद अब कानून व्यवस्था को बदहाल बताकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा है कि- सावधान! छत्तीसगढ़ में जंगल राज पॉर्ट-2 शुरू हो गया है। अब यहां कांग्रेस की सरकार है, चोरी, डकैती, हत्या, अपहरण, लूट करने वाले अपराधियों को खुली छूट है। सत्ता संरक्षित अपराधियों के आगे पुलिस बेबस है और जनता लाचार। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल गहरी नींद में हैं।