TS सिंहदेव ने दिए संकेत, राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में भी शुरू हो सकती यह योजना…

रायपुर।। कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुरानी पेंशन योजना फिर से बहाल करने की भी घोषणा की है, जिसका लाभ सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा. ऐसे में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि राजस्थान की तर्ज पर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार भी 2004 के बाद के सरकारी कर्मचारियों को पेंशन बहाली का तोहफा आने वाले वक्त में दे सकती है. इस मुद्दे पर सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी बड़ा बयान दिया है.

सीएम को लेना है फैसला 

राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में भी सरकार कर्मचारियों ने पेंशन बहाली की मांग की है, जब इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि ”इस मामले में कैबिनेट में बातचीत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को हुई कैबिनेट बैठक में इसे लेकर चर्चा हुई है. अब आखिरी फैसला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लेना है.”

टीएस सिंहदेव के इस बयान के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में भी पुरानी पेंशन योजना की बहाली हो सकती है. हालांकि अब तक इस बात को लेकर कोई आधिकारिक बात सामने नहीं आई है कि यह फैसला कब लिया जाएगा.

एंटी इनकंबेंसी पर फिर कही बड़ी बात 

वहीं एंटी इनकंबेंसी वाले अपने बयान पर सियासत के बाद टीएस सिंहदेव ने कहा कि ”कोई भी विधायक ये सोच कर बैठे कि मैं जीत रहा हूं तो ऐसा नहीं है. अपने क्षेत्र में सभी को ध्यान देना पड़ता है. क्षेत्र से लगातार गायब रहने पर लोग सोचने को मजबूर हो जाते है. इसलिए क्षेत्र में रहना पड़ेगा.” बता दें कि दो दिन पहले टीएस सिंहदेव ने कहा था मोहन मरकाम के बयान पर कहा था कि एंटी इनकंबेंसी क्या होती है यह मैं महसूस कर रहा हूं.

बता दें कि राजस्थान सरकार ने पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी है. यानि अंशदायी पेंशन योजना खत्म होगी और 2004 से पहले वाली पुरानी पेंशन प्रणाली फिर से बहाल होगी. इसमें वेतन की आधी पेंशन मिलेगी. जिसका लाभ 1 जनवरी 2004 और उसके पश्चात नियुक्त हुए समस्त कर्मचारियों को भी मिलेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में भी यह योजना लागू हो सकती है. हालांकि इस योजना के लागू करने के लिए राज्य सरकारों को अपने बजट से प्रावधान करना होगा.

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