पहुंचे थे लुटेरे..BSF जवान की बहादुर बेटी, ऐसे बचाई अपनी मां की जान..
पहुंचे थे लुटेरे..BSF जवान की बहादुर बेटी, ऐसे बचाई अपनी मां की जान.. विजेंद्र सिंह सोलंकी का घर है. जहां अवनी घटना के समय भागकर पहुंची थी. विजेंद्र सिंह सोलंकी इटावा में तैनात हैं. उर्वेश के पिता राजेंद्र सिंह सोलंकी भी सीआरपीएफ में है. उर्वेश का परिवार मूल रूप से कासगंज जिले का रहने वाला है. घटना पर उर्वेश का कहना है कि नंदू (अवनी) नहीं होती तो बहुत बड़ी घटना हो जाती. कमोवेश यही बात पूरा परिवार कह रहा है. इस मामले में पुलिस ने तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ आईपीसी की धारा 394 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस के रडार पर तीनों बदमाश हैं. पुलिस की स्पेशल टीम में बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है. बदमाशों के फोटो आगरा और आसपास के जनपदों में भी सर्कुलेट कर दिए गए हैं।