CG ब्रेकिंग – जशपुर के 93 गांव के सचिव 10 दिनों से हड़ताल पर, डेढ़ लाख ग्रामीणों के काम प्रभावित, फूड इंस्पेक्टर जब तक नहीं हटाया जाता..!!

दरअसल ग्राम पंचायतों के सचिव फूड इंस्पेक्टर को हटाने की मांग कर रहे हैं, उनका कहना है कि जब तक फूड इंस्पेक्टर को नहीं हटाया जाता उनका धरना जारी रहेगा.

 जशपुर के 93 गांव के सचिव 10 दिनों से हड़ताल पर, डेढ़ लाख ग्रामीणों के काम प्रभावित

जशपुर जिले के ग्राम पंचायत सचिवों ने फूड इंस्पेक्टर के खिलाफ खोला मोर्चा

 जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड में पिछले 10 दिनों से केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाएं ठप्प पड़ी हुई हैं. दरअसल बगीचा जनपद के ग्राम पंचायत सचिव फूड इंस्पेक्टर को हटाने की मांग को लेकर पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर हैं. पंचायत सचिवों की हड़ताल के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में सारे काम ठप पड़े हुए हैं. वहीं पंचायत सचिवों का कहना है कि जब तक फूड इंस्पेक्टर को हटाया नहीं जाता तब तक वे धरना समाप्त नहीं करेंगे.

फूड इंस्पेक्टर को हटाने तक जारी रहेगा धरना – बता दें कि बगीचा जनपद पंचायत जशपुर जिले का सबसे बड़ा जनपद है, जिसके अंतर्गत 93 ग्राम पंचायतें आती हैं. इन सभी पंचायतों के सचिव जनपद पंचायत बगीचा के कैंपस में 10 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं. सचिवों का आरोप है कि बगीचा की फूड इंस्पेक्टर उनसे वैमनस्यता रखती हैं और बेवजह ही सचिवों के खिलाफ गलत कार्रवाई कर रही हैं. उन्होंने कहा कि फूड इंस्पेक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं, जिससे नाराज होकर उन्होंने फूड इंस्पेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

ग्राम सचिवों का कहना है कि उन्होंने फूड इंस्पेक्टर चंपाकली दिवाकर की शिकायत जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. सचिवों की हड़ताल से 1 लाख 60 हजार ग्रामीण परेशान है. सचिव संघ के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने बताया कि सभी सचिव 22 जुलाई से हड़ताल पर हैं और यदि फूड इंस्पेक्टर को नहीं हटाया गया तो यह हड़ताल जारी रहेगी. गौरतलब है कि सचिवों के एक साथी के खिलाफ राशन मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी, सचिवों का कहना है कि सचिव का कोई दोष नहीं था, उसके खिलाफ बेवजह एफआईआर हुई है.

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