रास्ते में धूल खा रहा संविधान ! कबाड़ हो रही Indian Constitution की किताबें, न छात्रों को बांटी गई और न किया गया व्यवस्थित, जिम्मेदारों का बेतुका जवाब
कोंडागांव। स्कूल शिक्षा विभाग ने एक साल पहले स्कूली छात्रों को भारतीय संविधान की जानकारी देने ले के लिए मंगाया था, ताकि छात्र उसे पढ़ सकें, लेकिन अ सैकड़ों किताबें जिला ग्रन्थालय की सीढ़ियों पर पड़ी रद्दी और कबाड़ में तब्दील हो रही है. शिक्षा विभाग के पास स्कूलों में भेजने का समय नहीं है.
दरअसल, 3 अगस्त को स्कूली शिक्षा विभाग की अच्छी पहल थी. स्कूली छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संविधान की जानकारी भी प्राप्त हो. वो भारतीय संविधान को समझ सके, लेकिन पिछले एक साल से अधिक के समय से आई किताबें ऐसे ही जिला ग्रन्थालय की सीढ़ियों पर पड़ी हैं.
शिक्षा विभाग इसको स्कूली छात्रों तक पहुंचाने की जरूरत नहीं समझ रहा है. ये सभी सैकड़ों की तादाद में आई किताबें जिले भर में हाईस्कूल और हायर सेकेंड्री स्कूल के छात्रों को निःशुल्क प्रदाय की जानी थी.
बीआरसी रामलाल नेताम ने कहा कि मेरी जानकारी में ही नहीं है. पुस्तकें कब आई कब बांटनी थी, ना ही मैंने देखी है. कहां पड़ी हैं ये किताबें ये जानकारी मुझे आपके माध्यम से प्राप्त हो रही है. अधिक जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी ही दे सकते हैं.