CG नगर पंचायत क्षेत्रवासी आये डेंगू के चपेट में, वही जिम्मेदार है इससे बेखबर..!!

सूरजपुर/भटगांव:– वायरल फीवर और डेंगू की चपेट में सूरजपुर जिले के नगर पंचायत भटगांव में आ चुका है, जो समय रहते इस पर पहल नहीं किया गया तो यह भयावह रूप ले सकती हैं। नगर पंचायत भटगांव प्रगति विहार क्वाटर नंबर 880 डबल स्टोरी में निवास करने वाले संदीप कुमार पटेल पिता स्वर्गीय यगसेन पटेल 1-2 खदान में कार्यरत है जो डेंगू की बिमारी से ग्रसित है ,डेंगू के चपेट में आने के बाद इलाज के लिए एक सप्ताह तक अपोलो अस्पताल बिलासपुर में अपना इलाज कराए लेकिन नगर पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकार बेखबर है।

 
डेंगू चार वायरसों के कारण होता है, जो इस प्रकार हैं – डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब यह पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता है।
डेंगू से बचाव के लिए ली जाने वाली सावधानियां:– भारत में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है और इनमें से कुछ की तो मृत्यु तक हो जाती है। डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। मच्छर के द्वारा संचारित होने वाला यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है। इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं, हालांकि यदि इनकी समय पर पहचान कर ली जाये तब इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है। अक्सर डेंगू के लक्षण सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से मिलते जुलते लगते हैं, इसलिए निम्न लक्षणों के आधार पर इनकी पहचान कर ली जानी चाहिए और सही पहचान के लिए तुरंत एक ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए जहां सामान्य रूप से देखे जाने वाले डेंगू के लक्षण मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते है तेज़ बुखार बहुत तेज़ सिर दर्द र्आँखों के पीछे दर्द उल्टी आना और चक्कर महसूस होना
यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं तब तुरंत सलाह के लिए डॉक्टर के पास जाएँ और आवश्यक इलाज शुरू करवा दें। केवल एक अच्छा डॉक्टर ही डेंगू से बचाव के हेल्दी उपाय  के बारे में आपको बता सकता है। जैसे कहा भी कहा गया है कि उपाय की तुलना में बचाव अधिक अच्छा होता है, तो आइये देखते हैं कि कैसे डेंगू इन्फेक्शन से बचा जा सकता है और इस बीमारी से बचाव करते हुए एक हेल्दी लाइफस्टाल को जिया जा सकता है।

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