CG खाद्य तेल से लेकर पेट्रोल और डीजल, उरिया खाद के दामों में हुई भारी बढ़ोतरी..!!
बिलासपुर। महंगाई को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है। रोजमर्रा की चीजों से लेकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो गई है। रसोई गैस में जिस तरह महंगाई की आग भड़की हुई है अब तो गृहणी भी घ्ार में मेहमान आने और भोजन या फिर नाश्ता बनाने की स्थिति में सोचने को मजबूर हो जा रही हैं कि सिलिंडर की गैस जल्दी तो खत्म नहीं हो जाएगी।
जल्दी खत्म हो गई तो घर का बजट बिगड़ जाएगा। सिलिंडर की व्यवस्था फिर कैसे होगी। इधर गृहणियों की परेशानी बढ़ी है तो अन्न्दाता किसान भी कम परेशान नहीं हैं। पहले खेती महंगी हुई और अब रासायनिक खाद की कीमतों में भी तेजी आ गई। तेजी के साथ ही आपूर्ति संकट और कालाबाजारी से जूझना पड़ रहा है। घरेलू गैस सिलिंडर की कीमत वर्तमान में 1,141 रुपये व 50 पैसे है।
वस्तुएं 2020 2021 2022
तेल टीन (18 लीटर) 1100-1200 2000-2200 2400-2600
राहर दाल(प्रति किलो) 60-90 70-100 100-120
चावल (प्रति किलो) 40-45 40-50 50-70
सरसो तेल (प्रति लीटर) 80-100 100-120 175-180
आटा 20-25 28-30 30-35
घ्ाड़ी वाशिंग पावडर(प्रति किलो) 45 55 60
सर्फ 250 ग्राम 20 25 27
मैदा (प्रति किलो) 30 35 40
0 पेट्रोल (प्रति लीटर) 80.49 96.85 103.58
0 डीजल (प्रति लीटर) 78.76 96.40 96.55
रासायनिक खाद की कीमतों में भी बढ़ोतरी – जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की समितियों और ओपन मार्केट में रासायनिक खाद की कीमतों में भारी अंतर है। इसी अंतर के साथ किसान खाद खरीदने के लिए मजबूर हैं।
खाद समिति में कीमत प्रति बोरी ओपन मार्केट में कीमत
सुपर फास्फेट 495 रुपये 500-525 रुपये
डीएपी 1,350 स्र्पये 1,500-1,700 स्र्पये
यूरिया 266.50 स्र्पये 400-600 स्र्पये
खेती हुई महंगी – डीजल की कीमत में वृद्धि के कारण खेती भी महंगी हो गई है। बीते वर्ष की तुलना में प्रति एकड़ तीन हजार स्र्पये इस बार किसानों को अतिरिक्त खर्च करना पड़ा है। बीते वर्ष ट्रैक्टर से जुताई प्रति एकड़ 800 स्र्पये थी। इस वर्ष एक हजार से 1200 स्र्पये हो गया। मताई के लिए ट्रैक्टर मालिक एक हजार स्र्पये प्रति घंटा किराया लेते थे इस बार 1,600 स्र्पये प्रति घंटा ले रहे हैं। मजदूरी भी बढ़ गई है। एक मजदूर को प्रतिदिन के हिसाब से 200 से 250 स्र्पये देना पड़ रहा है।