साइंस कॉलेज बनेगा स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मेडियम कॉलेज, इसी सत्र से शुरु होगा एडमिशन, ऐसे होगी पढ़ाई..!!

छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग से आदेश मिलने के बाद सत्र 2022-23 से अंग्रेजी माध्यम में संचालित होगा शासकीय विज्ञान महाविद्यालय अंबिकापुर (Governemt science college Ambikapur), प्रोफेसरों से ली जाएगी पढ़ाने की सहमति व असहमति 

इस महाविद्यालय के संचालन हेतु सबसे पहले उसी महाविद्यालय में कार्यरत नियमित प्राध्यापकों एवं सहायक प्राध्यापकों से 2 प्रकार की सहमति ली जाएगी। इसमें प्रथम कि वे अपने विषय को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने में सक्षम हंै एवं दूसरी कि वो अंग्रेजी माध्यम से अपने विषय के अध्यापन के इच्छुक हैं।
उक्त दोनों आशय की सहमति संस्था में कार्यरत समस्त शिक्षकों से प्राप्त की जाएगी। महाविद्यालय के अध्यापकों से प्राप्त सहमति का मूल्यांकन प्राचार्य अपने स्तर पर सम्पदित कर जानकारी उच्च शिक्षा संचालनालय रायपुर को प्रेषित करेगें। इस संदर्भ में ऐसे प्राध्यापक जो अपने विषय को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने में सक्षम नहीं हंै एवं साथ ही पढ़ाने के इच्छुक
उनकी भी जानकारी संकलित कर उच्च शिक्षा संचालनालय रायपुर को प्रेषित की जाएगी। जिन संस्थाओं में न्यायालय में निर्देशानुसार अतिथि व्याख्याता कार्यरत है उनसे भी इस तरह की सहमति-असहमति ली जाएगी एवं जानकारी संचालनालय रायपुर को उपलब्ध कराई जाएगी।
अतिथि व्याख्याताओं के लिए होगी परीक्षा
महाविद्यालय में पदों की रिक्तता की जानकारी भी संचालनालय को उपलब्ध कराई जानी है। वहीं अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति का विज्ञापन जारी करते समय विज्ञापन में इस आशय का उल्लेख कि विज्ञापित पद पर पर अतिथि व्याख्याता को अपने विषय को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने में दक्ष होना चाहिए। यह एक आवश्यक शर्त होगी, इसका उल्लेख विज्ञापन में अनिवार्यत: किया जाना है।
ऐसे महाविद्यालय में अतिथि व्याख्याता के रूप में आवेदन करने वाले अभ्यार्थियों की राज्य स्तर पर एक लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी एवं अभ्यार्थियों की चयन सूची उनके अंग्रेजी विषय में प्रदर्शन के अधीन होगी। चयनित किये जाने वाले अध्यापक में विषय की दक्षता के साथ ही अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन कराने की दक्षता अनिवार्यत: होगी।
छात्रों का कम्यूनिकेशन स्किल बढ़ाने संचालित होंगी कक्षाएं
महाविद्यालय के प्राचार्य क्षेत्रीय अपर संचालक एवं जिले के शिक्षा अधिकारी से सम्पर्क कर पूरे सम्भाग में काउंसिलिंग आयोजित कर इच्छुक छात्रों को प्रवेश के लिए प्रेरित करेंगे। प्राचार्य अपनी संस्था में प्रवेशित छात्रों के वाट्सएप ग्रुप बनाकर तत्काल उनकी काउंसिलिंग प्रारम्भ करना सुनिश्चित करेंगे एवं साथ ही छात्रों को आश्वस्त करेंगे कि यदि उनके अंग्रेजी माध्यम में पढऩे में कोई दिक्कत आयेगी तो उनके लिए अलग से कम्यूनिकेशन स्किल बढ़ाने के लिए कक्षाएं संचालित की जाएगी।
उन्हें महाविद्यालय अंग्रेजी माध्यम में अध्ययन करने बावत् सभी सहयोग प्रदान करेगा । इस तरह की काउंसिलिंग तीन-चार बार आयोजित कर छात्रों को जागृत एवं प्रेरित किया जाएगा। काउंसिलिंग में राज्य स्तर से विशेषज्ञों की उपलब्धता उच्च शिक्षा विभाग कराएगी। ऐसे महाविद्यलयों की पूर्व की निर्धारित सीट संख्या ही अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के रूप में भी लागू होगी।
इस तरह होगी पढ़ाई
नवीन अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के द्वितीय एवं तृतीय वर्ष अध्ययनरत छात्रों का अध्यापन कार्य 80 प्रतिशत अंग्रेजी में एवं 20 प्रतिशत हिन्दी माध्यम से होगा। इन छात्रों को हिन्दी माध्यम से परीक्षा देने का विकल्प खुला होगा।
यदि सभी प्रयासों के बाद भी कुछ छात्र अंग्रेजी माध्यम में अध्ययन के इच्छुक होते है तो ऐसे छात्रो को अन्य शासकीय महाविद्यालय में बिना किसी कठिनाई के क्षेत्रीय अपर संचालक की सहयोग से पढ़ाई करने का विकल्प होगा

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