CG ब्रेकिंग :- बेटे को छुड़वाने के लिए मां मांगती रही भीख, पांच हज़ार की लालच में आरोपीतों ने कर दी हत्या..!!
महासमुंद / बसना थानांतर्गत एक भिक्षावृत्ति करने वाली वृद्ध महिला की हत्या हो गई। आरोपितों ने उसे पैसे जमा करते देख लिया था। उसकी पोटली में लगभग पांच हजार थे।
जिसे चुराने के लिए महिला की हत्या कर दी गई। सिर्फ 48 घण्टे में पुलिस ने तत्परता दिखाई और हत्या में सम्मिलित दो आरोपितों को धर दबोचा। बुधवार को मामले की जानकारी एएसपी आकाश राव व टीआइ कुमारी चंद्राकर ने प्रेसवार्ता में मीडिया को दी।
बताया गया कि 29 अगस्त को खीरबाई राणा 43 निवासी खेमडा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि खेमडा थाना बसना क्षेत्र में रोड किनारे गोदाम है, जहां से लगा उनका झोपड़ीनुमा हाटल है। यहां पर विशाखा पति बेड़ा भोई 77 वर्ष निवासी इंदिरा कॉलोनी बसना रात्रि में सोती थी। वह दिन में घूम घूमकर भीख मांगती थी।
28 अगस्त को रात्रि लगभग नौ बजे विशाखा हाटल में सोने गई थी। सुबह सात बजे खीरबाई होटल पहुंची व देखी तो हाटल के अंदर पाटा के ऊपर विशाखा मृत हालत में पड़ी थी। किसी अज्ञात आरोपित ने गला दबाकर हत्या कर दिया था। जिसकी जानकारी तुरन्त थाना बसना को दी गई।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के द्वारा उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुये मर्ग जांच कर थाना बसना व सायबर सेल की टीम एवं फॉरेसिंक टीम रायपुर को तलब किया। घटना स्थल पहुच कर बारिकी से जांच करने हेतु निर्देशित किया। मृतिका विशाखा भोई खाट में मृत हालत में पडी थी। जीभ बाहर निकाला हुआ था। फॉरेंसिक टीम द्वारा शव निरीक्षण कर विशाखा भोई की मृत्यु गला दबाने व दम घुटने से किसी अज्ञात व्यक्ति किया जाना स्पष्ट किया। बाद अज्ञात आरोपितो के विरूध्द थाना बसना में अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
साइबर सेल महासमुन्द व थाना बसना पुलिस टीम को आरोपित की पतासाजी कर गिरफ्तार करने लगाया गया।
महिला के संबंध में सभी तरह की जानकारी एवं परिवार संबंधि, भूमि बटवारा संबंधि एवं मृतक के निजी जीवन के संबंध में जानकारी एकत्र किया गया। जांच दौरान पता चला कि जहा मृतिका रात में सोती थी। वहां होटल संचालिका खीरबाई का पुत्र सुशील राणा आता जाता था, उसका काम गाज बंद होने से आर्थिक रूप से परेशान था।
इधर मृतिका विशाखा का पुत्र रोहित किसी प्रकरण में जेल बंद है जिसे छुडाने के लिए वह भीख मांग कर पैसा इकठ्ठा कर रही थी। इसके साथ कुष्टो यादव भी भीख मांगकर जीवनयापन करता है। सुशील राणा व कुष्टो यादव दोनो जान पहचान के है। पुलिस की टीम द्वारा दोनो व्यक्ति पर संदेह जाहिर करते हुये संदेही सुशील राणा 23 व कुष्टो यादव 40 को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करना प्रारंभ किया गया। जिस पर पुलिस को मनगणत बाते कहकर बरगलाकर गोल मोल जवाब देने लगे। जिससे कडाई एवं बारिकी से पूछताछ करने पर अंतत: टूट कर अपने अपराध स्वीकार किया।
आरोपितो ने बताया कि विशाखा भोई अपने गले में एक छोटा कपडा का थैला पोटली लटका के रखती थी जिसमें भीख मांग मांग कर पैसा इकठ्ठा करती थी एवं गले में ही लटकाये रहती थी। विशाखा भोई का लडका रोहित जेल में है जिसे छुडाने के लिये विशाखा भोई पैसा इक्कठ्ठा कर थी। जिसे दोनो देखे भी थे। लगभग पांच हजार रूपये को थैले में ही रखी हुई थी। 28 अगस्त को दोनो विशाखा भोई से पैसा लेने का चर्चा किये थे तथा रात्रि 10-11 बजे हाटल के पास मिलने का बात हुई।
रात्रि 11 बजे हाटल के पास खडे थे। हाटल के अन्दर विशाखा भोई लकडी के पाटा के उपर सोई थी। पानी गिरने के वजह से रास्ता सुनसान था। सुनसान देखकर हाटल में लगे पर्दानुमा द्वार को हटाकर दोनो अन्दर प्रवेश किये। देखे विशाखा भोई सो रही थी एवं उसकी सीर के पास कपडा का पैसा वाला थैला था तथा दूसरे साईड में एक गमछा पडा था।
पैसा निकालने से जग जायेगी सोचकर सुशील राणा के द्वारा गमछा से अचानक मृतिका के गले में गले बांध कर खिच दिया तथा कुष्टो यादव के द्वारा मृतिका विशाखा भोई के पैर को पकडा था। जिससे कुछ ही समय में विशाखा भोई की मृत्यु हो गई। और कपडे में बंधे पैसा को लेकर वहा से फरार हो गये और पैसे को आपस में बाट लिये। बटवारे में मिले नगदी पांच हजार रूपये को घर में छुपाकर रखना स्वीकार किया।
पुलिस ने दोनों से पांच हजार रूपये को जप्त कर हत्या के अपराध में गिरफ्तार किया।