सरगुजा संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के ICU में एसी खराब, गर्मी में तड़पते रहे आग में झुलसे मरीज, प्रबंधन ने दी ये सफाई..!!
अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में एसी खराब होने की खबर सामने आई है. जिसकी वजह से वहां भर्ती मरीज गर्मी और दर्द में तड़पने को मजबूर है.
सरगुजा संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के ICU में एसी खराब, गर्मी में तड़पते रहे आग में झुलसे मरीज, प्रबंधन ने दी ये सफाई
अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल
सरगुजा संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है. अब अस्पताल के एसी खराब होने का मामला सामने आया है. जिसकी वजह से आग में जली महिला मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं जब इसकी सूचना पर कुछ पत्रकार अस्पताल पहुंचे तो पुलिस और वहां के डॉक्टर अस्पताल की कमियां छिपाने के लिए उनके साथ हुज्जतबाजी कर, आईसीयू में घुसने से मना करने लगे. लेकिन आग में झुलसने के बाद इलाज के लिए पहुंची महिला मरीज और उसके परिजन ने अस्पताल के दिखावे के चुस्त दुरुस्त व्यवस्था की पोल खोल दी. मामला सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल का है.-
दरअसल, अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में बीती रात जशपुर जिले की निवासी सुनैना गुप्ता को एडमिट कराया गया. सुनैना गुप्ता पूजा के लिए प्रसाद बनाने के दौरान आग में झुलस गई थी. जिसके हाथ के अलावा शरीर के कुछ हिस्से जल गए थे. उसे अस्पताल के गहन चिकित्सा यूनिट (ICU) में रखा गया. लेकिन वहां के बंद कमरे में एसी नहीं चल रहा था. जबकि जले हुए मरीज को ठंडक बहुत जरूरी है, नहीं तो वो तड़पने लगेगा. उसके बावजूद प्रबंधन की मनमानी और लापरवाही की वजह से आईसीयू के मरीज को गर्मी से तड़पना पड़ा. इतना ही नहीं वहां जानकारी लेने पहुंचे पत्रकारों से पुलिस और वहां के अस्पताल के डॉक्टरों ने विवाद किया.
दर्द और गर्मी से तड़पती रहीं मरीज – मरीज सुनैना गुप्ता ने बताया कि प्रसाद बनाने के दौरान उसपर तेल गिर गया था. जिसके बाद उसका शोर सुनकर परिजन वहां आए और पानी डालकर आग बुझाई, लेकिन फिर भी उसका हाथ और शरीर का कुछ हिस्सा जल गया. सबसे पहले वो सन्ना के हॉस्पिटल में गए. वहां से उन्हें रेफर कर दिया गया. आग से जलने पर ठंडक मिलने पर जल्दी ठीक होगा यही सोचकर अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल आए. लेकिन यहां एसी तो है लेकिन चल नहीं रहा हैं. पंखा चल रहा है लेकिन लहर बहुत ज्यादा है जिससे राहत नहीं है. जब अस्पताल के स्टाफ से एसी चालू करने के बारे में बोलते हैं तो वो कहते है कि इसका रिमोट गुम हो गया है.
अस्पताल के अधीक्षक ने दी सफाई – वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ लखन सिंह का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि रात में एक बर्न पेशेंट आई थी. बर्न के लिए जो कमरा बनाया गया है उसमें पहले पेशेंट नहीं थे उसी दिन पेशेंट आए थे. जैसे ही हमें जानकारी मिली कि वहां का एसी खराब है. हमने तुरंत इलेट्रिशियन को भेजकर दोनों एसी को चालू करवाया दिए. वहीं जो दो एसी पूरी तरह से खराब थे उन्हें भी ठीक करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि, एसी के कुछ वायर कट गए थे इसलिए रात में चालू नहीं हो पाए. बाकी दो एसी अभी चालू है.