बालोद ब्रेकिंग – अकाउंटेंट ने किया सहकारी बैंक में करोड़ों का घोटाला, फिल्मी अंदाज में दिया घटना को अंजाम..!!
बलोदा बाजार-अकाउंटेंट के द्वारा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कि वटगन शाखा में 3करोड़ 23 लाख का गबन, इफ आई आर के बाद सेआरोपी लेखापाल फरार
बलोदा बाजार जिला अंतर्गत जिला सहकारी केंद्रीय बैंक वटगन शाखा के लेखापाल सूरज साहू के द्वारा 3 करोड़ 23 लाख के गबन का खुलासा हुआ है लगभग चार वर्षो से बैंक की विभिन्न खातों में आरोपी कर रहा था हेरा फेरी।
इस मामले में पलारी थाना में आरोपी अकाउंटेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। वही आरोपी अभी फरार है।
इसके अलावा आरोपी के द्वारा बलौदाबाजार बैंक सहकारी बैंक की शाखा में करीब 21लाख के गबन मामले में बलौदाबाजार थाना में अलग से एफ आई आर दर्ज किया जायेगा।
. बलोदा बाजार कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश पर जिला सहकारी बैंक वटगन के लेखापाल सूरज साहू द्वारा 3 करोड़ 23 लाख से अधिक राशि का गबन करने के मामले में पलारी थाने ने मामला दर्ज कर लिया है।
कलेक्टर बंसल के निर्देश पर बुधवार को सूरज साहू के खिलाफ गबन का रिपोर्ट दर्ज कराने बैंक के अधिकारी पलारी थाना पहुंचे। जिसमें नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा और शाखा प्रबंधक पहलाद पटेल वटगन ने सीईओ एस के जोशी जिला सहकारी बैंक रायपुर के आदेश और जांच रिपोर्ट के साथ पलारी थाना पहुंचे। जहां पर दस्तावेजों का परीक्षण के बाद थाना प्रभारी उने उक्त गबन के मामले में अपराध दर्ज कर लिया है।
वही सूरज साहू के खिलाफ एक और अपराध बलौदाबाजार थाने में अलग से दर्ज होगा क्योंकि करीब 21लाख से अधिक राशि सूरज साहू ने बलौदाबाजार शाखा से गबन किया था।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मृत महिला के खाते से 1.5 लाख रुपए सूरज ने निकाले तो मामला खुल गया 3करोड़ 45 लाख के गबन का राज ।
बड़े ही दिलचस्प तरीके से आरोपी लेखापाल ने जब अपने ही बैंक की मृत महिला बैसाखिन बाई गेंडरे के खाता से 13 मई 2022को एक लाख और एक माह बाद 14जून2022को 4900इस तरह दो बार पैसा निकाल लिया जिसका मैसेज जब घर के परिजनों के मोबाईल पर गया तो घर के लोगो ने इसकी जानकारी लेने बैंक पहुंचे जहां पर शाखा प्रबंधक को फोन में आए बैंक के मैसेज को दिखाते हुए बताया की उसकी मां की मौत हो चुकी है।और उनके खाते से दो बार पैसा निकाल दिया गया। मैसेज को देखकर शाखा प्रबंधक भी आवक रह गए और इसकी जांच की।
जब उन्होने मामले की जांच शुरू की तोउनके ही बैंक के लेखापाल सूरज साहू द्वारा उक्त राशि निकालने की पुष्टि हो गई। जिसके बाद मेनेजर ने सूरज को उक्त राशि तत्काल उपभोक्ता के खाते में जमा करने का निर्देश दिया। जिस पर सूरज ने अधिकारी को गुमराह करते हुए वापस बैंक के अन्य खाते से उपभोक्ता के खाते में पैसा डाल दिया।
जब इस बात की जानकारी प्रबंधक को हुआ तो उन्होंने बैंक के अन्य खाते की प्रारंभिक जांच किया जिसमें बड़ी गडबडी सामने आया तब इसकी सूचना उन्होंने मुख्यालय को देकर इसकी जांच कराई जिसमें आरोपी लेखापाल ने चार साल में बैंक को लगभग 3 करोड़ 45 लाख रुपए बैंक को चुना लगा चुका था। जिसमे 3 करोड़ 23 लाख वटगन बैंक तो 21लाख से अधिक बलौदा बाजार ब्रांच से गबन किया है।
वही इस संबध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीताम्बर पटेल ने कहा कि जिला सहकारी बैंक वटगन के लेखापाल प्रभारी शाखा प्रबंधक सूरज साहू के खिलाफ करीब 3करोड़ 23 लाख रुपए का बैंक के पैसों को गबन करने का मामला है। पुलिस थाना में दर्ज किया गया है अब इसकी जांच कर जल्द कार्यवाही कि जाएगी।
गौरतलब है कि सीईओ एस के जोशी जिला सहकारी बैंक रायपुर के आदेश पर 3 सदस्यीय सदस्य जांच समिति का गठन किया गया था। जिसमें रायपुर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अंतर्गत तीनों के प्रारंभिक जांच उपरांत कार्रवाई की गयी है।
बता दें कि बैंक प्रबंधन के द्वारा महीनो इस मामले को दबा कर रखा गया था इसलिए आरोपी को भागने का मौका मिल गया इसमें प्रमुख बात यह है कि एक ही व्यक्ति अकाउंटेंट के ऊपर ही मामला दर्ज करवाया गया था।
जबकि अगर गहराई से जांच की जाए तो इनमें कई लोगों की इस मामले में संलिप्तता भी सामने आ सकती हैं इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की पूरा बैंक प्रबंधन इस मामले में लीपापोती में जुटा हुआ है।
एक व्यक्ति के द्वारा इतनी बड़ी राशि गबन करना नामुमकिन प्रतीत होता है ऐसे कई अनसुलझे सवालों के जवाब लेना बाकी है जिम्मेदार नोडल अधिकारी के द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेश का हवाला देकर चुप्पी साधना भी किसी बड़े घोटाले के संदेह को जन्म देता है।