छत्तीसगढ़ में आरक्षक के पिता को नक्सलियों ने उतारा मौत के घाट, DRG ने चलाया सर्च ऑपरेशन.. पढ़े पुरी घटना
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में नक्सलियों ने आरक्षक के पिता की हत्या कर दी। नक्सलियों ने गोली मारने के बाद कुल्हाड़ी से भी वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतक के शव पर धारदार हथियार से गोदे जाने के निशान मिले हैं। घटना कोहका थाना क्षेत्र के संबलपुर गांव की है।
नक्सलियों ने संबलपुर गांव से लगे जंगल में घटना को अंजाम दिया है। नक्सलियों ने रविंद्र साय कटेगा की हत्या के बाद उसकी बाइक को भी जला दिया है। नक्सली आरक्षक के पिता की हत्या कर वहां से फरार हो गए। वारदात के बाद शनिवार सुबह मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले की DRG फोर्स संबलपुर के जंगल में पहुंची। यहां से टीम ने रविंद्र साय कटेगा(55 वर्ष) का शव बरामद किया। शरीर पर गोली मारने के साथ ही धारदार हथियार से गोदे जाने का निशान था। DRG फोर्स ने पूरे इलाके की सर्चिंग भी की।
जिले की कोहका और डीआरजी की टीम आरक्षक के पिता रविंद्र साय के शव को लेकर मानपुर वापस लौट गई है। मृतक का बेटा मानपुर में ही आरक्षक के पद पर तैनात है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। रविंद्र साय कटेगा मानपुर में नक्सल पीड़ित के तौर पर 2009 से रह रहा था। 2009-10 में उसने गोपनीय सैनिक के रूप में भी काम किया था।