Skin Bank: रायपुर में जल्द ही बनेगा त्वचा बैंक, बर्न केस वाले मरीजों के लिए वरदान साबित होगा यह हॉस्पिटल, जानिए पूरा डिटेल…

रायपुर – रायपुर में जल्द ही त्वचा बैंक (Skin bank) बनने वाला है. यह DKS सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बनेगा. दाऊ कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक शिप्रा शर्मा ने बताया कि त्वचा बैंक खोलने के लिए अनुमति मिल गई है, तैयारी जारी है. उन्होंने बताया कि ये बर्न केस वाले मरीजों के लिए फायदेमंद होगा.

त्वचा बैंक में क्या प्रक्रिया होंगी इसे लेकर प्लास्टिक सर्जन और हॉस्पिटल अधीक्षक ने बताया कि skin bank मरीजों के लिए वरदान साबित होगा, क्योंकि 45 प्रतिशत से ज्यादा बर्न मरीज को स्किन की जरुरत होती है.

2 से 4 डिग्री में रखा जाएगा सुरक्षित

जैसे ब्लड बैंक में ब्लड को रखने के लिए तापमान निर्धारित है, वैसे ही ये स्किन बैंक के लिए भी तापमान निर्धारित है. इस स्कीम के लिए दो से चार डिग्री तापमान उपयुक्त है. इसमें स्किन (skin) को सुरक्षित रखा जाएगा

मृतक से स्कीन लेने की परमिशन

स्किन बैंक के लिए जो परमिशन मिली है, फिलहाल वह मृत व्यक्ति से स्किन (skin) लेने की है. skin लेने से पहले कई तरह की जांच की जाएगी. मृतक के परिजनों से परमीशन ली जाएगी. उसके बाद स्किन ली जाएगी.

दो महीने में तैयार होगा बैंक

बर्न केस वाले मरीजों को स्किन नहीं मिलने से रिकवरी में बहुत ज्यादा समय लगता है. ऐसे में घाव होने के भी चांस बढ़ जाते हैं. अभी अनुमति मिली है. दो महीने में बैंक बनकर तैयार हो जाएगा और आम जनता को ये सुविधा मिलने लगेगी.

दानदाता से लेंगे स्किन

जिस तरह शरीर के अंगों को दान में लेने के लिए प्रक्रिया होती है, ठीक उसी तरह की प्रक्रिया स्किन लेने के लिए भी की जाएगी. चाहे वह अनुमति की बात हो या फिर जांच की. मृतक के परिजनों से परमीशन लेने के बाद ही स्किन ली जाएगी.

निगेटिव होनी चाहिए रिपोर्ट

जैसे ऑर्गन डोनेट करने से पहले दानदाता की पूरी जांच की जाती है, वैसे ही त्वचा लेने से पहले कैंसर, HIV, स्किन इन्फेक्शन, हेपेटाइटिस बी, सी, टीबी, की जांच की जाएगी. अगर रिपोर्ट निगेटिव है तो स्किन ली जा सकती है, पॉजिटिव होने पर त्वचा नहीं ली जाएगी.

6 से 12 घंटे के बीच स्किन सुरक्षित

मृत व्यक्ति से स्किन लिया जाएगा, लेकिन इस बीच में ध्यान रखने वाली बात ये है कि मरीज या अन्य लोगों की मौत को यदि 12 घंटा से अधिक हो जाता है, तो उसकी स्किन नहीं ली जा सकती. 12 घंटे के पहले स्किन लेने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी.

दाउद कल्याण सुपर स्पेशलिटी (DKS) हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर शिप्रा शर्मा और हेमंत शर्मा ने बताया कि त्वचा बैंक (skin bank) के लिए स्वास्थ्य मंत्री और स्वशासी कमेटी से अनुमति मिल गई है. बैंक को स्वरूप देने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अब त्वचा के अभाव में लोगों की मौत नहीं होगी. हमारे यहां बर्न यूनिट पहले से संचालित हैं और हमेशा यूनिट फूल रहता है.

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