CG Breaking – अस्पताल में बार-बार कमरा बदलने से डॉक्टर परेशान, नाराज होकर.. उठाया बड़ा कदम..

धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जिला अस्पताल में डॉक्टर्स परेशान होकर हेल्प डेक में बैठकर मरीजों को देख रहे हैं। दरअसल, अस्पताल में बार-बार कमरा बदलने से नाराज होकर सर्जन डॉक्टर उत्कर्ष नंदा मंगलवार को हेल्प डेस्क के पास बैठकर मरीजों को देखते हुए नजर आए। उनके समर्थन में डॉक्टर मधुप भी अपना कमरा छोड़ कर बाहर आए और मरीजों को देखे, जिससे त्वचा संबंधित मरीज परेशान होते रहे।

जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में चिकित्सकों की तुलना में कमरा कम होने की वजह से एक कमरा में 2 या उससे अधिक चिकित्सकों को समायोजित करने की कोशिश की जा रही है। जिससे नाराज होकर डॉक्टर उत्कर्ष नंदा मंगलवार को हेल्प टेस्ट के पास जा कर बैठ गए और मरीज देखने लगे

जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि यहां डॉक्टर पर्याप्त हैं लेकिन उनके लिए अलग-अलग चेंबर की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण डॉक्टर्स को चेंबर शेयर कर बैठना पड़ता है। इससे मरीजों को देखने में दिक्कत होती है और डॉक्टर बेहतर तरीके से मरीजों पर ध्यान नहीं दे पाते हैं।

वहीं इसकी जानकारी देते हुए डॉक्टर एस मधुप (मुख्य चिकित्सा सलाहकार सह त्वचा विशेषज्ञ) ने बताया कि अस्पताल में कमरे कम है। रूम की कमी होने की वजह से डॉक्टर्स कभी अलग-अलग कमरे में एडजस्ट कर बैठते हैं। इससे डॉक्टर्स की प्राइवेसी चला जाता है और सही तरीके से ट्रीटमेंट भी नहीं कर पाते हैं। जब एक से दो डॉक्टर एक साथ बैठते हैं तो अलग-अलग तरह के पेशेंट आते हैं जिसे पेशेंट देखने में दिक्कत होती है।

उन्होंने बताया कि महिला पेशेंट्स आती हैं तो इसमें काफी दिक्कत होती है। ऐसे में बार-बार किस-किस को हटाते रहे। सही तरीके से मरीज को देखने के लिए सेपरेट चेंबर देने की जरूरत है मगर अस्पताल में ऐसी सुविधा नहीं है। इससे रोजाना परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि डॉक्टर को सेपरेट चेंबर दे दिया जाए जिससे लोगों को इलाज करने में आसानी हो और मरीज भी खुलकर अपनी बीमारी के बारे में बता सकें।

डॉक्टर मधुप चर्म गुप्त और सौन्दर्य विशेषज्ञ हैं। उन्होंने बताया कि कमरे की कमी से मुझे तो और ज्यादा दिक्कत होती है मरीज देखने में, मुझे एक सेपरेट चेम्बर चाहिए। हम चाहते हैं कि अस्पताल में आने वाले मरीजों का इलाज बेहतर से बेहतर हो।

Leave a Reply