Delhi Horror: 2 सहेलियां, 5 कैमरा, 12 किलोमीटर और कार में घसीटती एक लाश की कहानी…

दिल्ली।। कंझावला कांड को लेकर दिल्ली पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं. सबसे बड़ा खुलासा अंजलि के हादसे के पहले की सीसीटीवी तस्वीरों से हुआ. पता चला है कि हादसे वाली रात यानी 31 दिसंबर की रात को अंजलि स्कूटी पर अकेली नहीं बल्कि अपनी सहेली के साथ थी. पुलिस के मुताबिक, कार से टक्कर के वक्त भी दोनों लड़कियां स्कूटी पर ही सवार थीं।

दावे के मुताबिक हादसे के बाद अंजलि की दोस्त को मामूली चोट आई और वो अपने घर भाग गई जबकि अंजलि का पैर कार के एक्सेल में फंस गया और वो घिसटती चली गई, लेकिन क्या अंजलि की मौत का यही पूरा सच है या इस सच के कई पर्दे अभी उठने बाकी हैं? आईए जानते हैं कि 2 सहेलियां, 5 कैमरा, 12 किलोमीटर और एक लाश की क्या है कहानी-

दिल्ली की अंजलि हत्याकांड में तीसरे दिन बड़े खुलासे हुए हैं. सबसे बड़ा खुलासा सीसीटीवी की उन दो तस्वीरों से हुआ है, जिसमें रात करीब डेढ़ बजे से सवा दो बजे के बीच अंजलि दो बार स्कूटी पर दिखी है. अंजलि के साथ उसकी एक और फ्रेंड दिख रही है. तस्वीरें रात के करीब डेढ़ बजे की हैं. अंजलि की दोस्त स्कूटी चला रही होती है।

अंजलि उससे कुछ बातें करती है. तभी पास खड़ा एक युवक भी उनके पास पहुंचता है. कुछ देर तक तीनों की बातचीत होती है. तभी कुछ फीट दूर खड़ा एक और युवक उनके पास पहुंचता है, लेकिन तब तक अंजलि और उसकी दोस्ती स्कूटी लेकर चली जाती है. पीछे से दो युवक भी बाइक पर जाते हैं।

दिल्ली के एक ओयो होटल के सामने के सीसीटीवी कैमरे में जब ये तस्वीरें दिखती हैं तो पुलिस इस होटल में पहुंचती है. होटल से सीसीटीवी की डीवीआर, रजिस्टर और लड़कियों के पहचानपत्र लेकर पुलिस चली जाती है।

होटल में क्या-क्या हुआ ?

दावा किया गया है कि 31 दिसंबर की शाम साढ़े सात बजे से लेकर देर रात के डेढ़ बजे के बीच अंजलि और उसकी दोस्त इसी होटल में थी. यहीं अंजलि और उसकी दोस्त में झगड़ा शुरू हो गया था. अंजलि और उसकी दोस्त से मिलने कुछ और दोस्त भी होटल के बाहर तक आए थे और इस होटल में अंजलि और उसकी दोस्त पहले यहां आ चुकी थी।

अंजलि और उसके दोस्त की जो तस्वीर रात के करीब डेढ़ बजे इस होटल के सामने सीसीटीवी कैमरे में दिखी है. वो अंजलि बाद में कृषण विहार इलाके के एक सीसीटीवी कैमरे में दिखी है. इस दौरान भी अंजलि के साथ उसकी दोस्त स्कूटी पर नजर आ रहे हैं. इस समय सीसीटीवी कैमरे में अगर वक्त देखा जाए तो रात के करीब दो बजकर दस मिनट का वक्त हो रहा है और तब तक अंजलि की दोस्त उसके साथ स्कूटी पर घूमती हुई नजर आ रही है।

अगर ये अंजलि और उसकी दोस्त की एक साथ स्कूटी पर घूमने की आखिरी तस्वीर है तो अब दिल्ली पुलिस को ये पता करना है कि दो बजकर 10 मिनट के बाद अंजलि कहां गई. ठीक कितने बजे अंजलि की स्कूटी और कार की टक्कर हुई और कितने बजे अंजलि की दोस्त अपने घर पहुंची, क्योंकि आरोपियों की कार के नीचे अंजलि की बॉडी पहली बार रात करीब सवा तीन से साढ़े तीन बजे के बीच नजर आई थी।

आरोपियों ने पुलिस को क्या बताया ?

दिल्ली पुलिस ने कंझावला कांड को लेकर जो एफआईआर नंबर 0002/23 दर्ज किया है, उसमें आरोपियों के फर्द बयान के हवाले से साफ साफ यही लिखा गया है, ‘दीपक ने पुलिस को बताया कि वह गाड़ी चला रहा था. मनोज मित्तल आगे की सीट पर बैठा था. पीछे की सीट पर मिथुन और अमित बैठे थे।

‘कृष्ण विहार में शनि बाजार रोड पर एक स्कूटी सवार लड़की का कार से उन्होंने एक्सिडेंट कर दिया था और स्कूटी पर सवार लड़की गिर गई थी. वे डर के मारे वहां से कंझावला की तरफ भाग गए थे और उन्होंने कंझावला रोड पर जोंटी गांव के नजदीक कार रोकी तो कार के नीचे स्कूटी वाली लड़की दिखाई दी. सभी लड़के उस लड़की को वहीं छोड़कर वापस डर के मारे कार मालिक आशुतोष के घर पहुंचे और वहां गाड़ी खड़ी करके अपने अपने घर चले गए.’ पुलिस की दर्ज एफआईआर में हादसे का वक्त देर रात करीब दो बजे के आसपास का बताया जाता है, जबकि उसी कृष्ण विहार इलाके में रात दो बजकर दस मिनट के आसपास दोनों लड़कियां कार पर सवार दिख रही हैं, जबकि पुलिस के दर्ज एफआईआर में कहीं ये जिक्र नहीं था कि स्कूटी पर दो लड़कियां सवार थीं।

कार के ‘डिपर’ में कितने राज ?

कंझावला कांड के कई अहम सुराग सीसीटीवी तस्वीरों से ही निकल रहे हैं और उसी कड़ी में एक सीसीटीवी तस्वीर भी है. इस सीसीटीवी तस्वीर वारदात वाली रात के ठीक 2 बजे की है. इसमें दिख रहा है कि आरोपियों की कार आकर ठहरती है और खड़ी कार 5-7 बार डिपर देकर कोई इशारा करने की कोशिश करती दिखती है. पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने किसको डिपर देकर इशारा किया था।

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