ऑफिस चेयर पर क्या आप भी क्रॉस लेग करके बैठते हैं? जानें ऐसे लोगों की खासियत…
आपने ज्योतिषियों को हाथ की रेखाएं पढ़कर भविष्य बताते देखा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंसान के शरीर की बनावट और उठने-बैठने के तौर-तरीकों से भी उसके व्यवहार की प्रमुख बातों का पता लगाया जा सकता है. सामुद्र शास्त्र के जानकारों का कहना है कि इंसान के कुर्सी पर बैठने का तरीका भी उसके स्वभाव की जानकारी देता है. इससे आप अपने ऑफिस में काम करने वाले सहकर्मियों के व्यक्तित्व का अंदाजा भी लगा सकते हैं. सामुद्र शास्त्र की ये बारीकियां बॉडी लैंग्वेज का ही एक हिस्सा हैं।
1. कुर्सी पर बैठते समय कुछ लोग घुटनों को सटाकर रखते हैं और पंजों के बीच काफी गैप रखते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इन लोगों में जिम्मेदारी का भाव बहुत कम होता है. ये लोग मुश्किल मौकों पर सबसे पहले कदम पीछे खींच लेते हैं. हालांकि इनकी पर्सनैलिटी आकर्षक और बेबाक होती है।
2. इसके विपरीत जो लोग पैरों को ऊपर से थोड़ा खुला और नीचे से एड़ियों को क्लोज करके बैठते हैं, वे एक आरामदायक जीवन जीना ज्यादा पसंद करते हैं. ऐसे कुछ लोग मेहनत से मन भी चुराते हैं. इनकी एकाग्रता बड़ी जल्दी भंग हो जाती है. इनका मन हमेशा दूसरी जगहों पर भटकता रहता है. ऐसे लोग बेवजह सिरदर्दी लेना तो बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं।
3. आपने कई लोगों को क्रॉस लेग करके या पैर के ऊपर पैर रखकर बैठते देखा होगा. सामुद्र शास्त्र के मुताबिक, ऐसे लोग बहुत रचनात्मक होते हैं. इनका स्वभाव थोड़ा शर्मीला और विनम्र किस्म का होता है. हालांकि इनका जीवन बहुत आनंदमयी रहता है. ये ऐसे कामों से बचते हैं, जिनके चलते इन्हें दुनिया के सामने शर्मिंदा होना पड़े।
4. जो लोग कुर्सी पर बैठते वक्त घुटनों से लेकर एड़ियों तक पैरों को सीधा रखते हैं और उनकी कमर भी हमेशा सीधी रहती है, अनुशासन प्रिय होते हैं. ये लोग समय के बहुत पाबंद होते हैं और आत्मनिरीक्षण करते हैं. ये लोग किसी भी कार्य को करते हुए अपना सौ फीसदी देना पसंद करते हैं. इन्हें न तो गैर जिम्मेदार लोगों की संगत रास आती है और न ही अभद्र व्यवहार करने वालों को ये बर्दाश्त करते हैं. ऐसे लोग जीवन में खूब तरक्की पाते हैं।
5. वहीं, जो लोग पैरों को एकदम चिपकाकर रखते हैं और कुर्सी को थोड़ा सा टेढ़ा रखकर काम करते हैं, व्यवहार के थोड़े जिद्दी माने जाते हैं. हालांकि ये बेहद महत्वकांक्षी भी होते हैं. ऐसे लोग एक बार किसी काम में जुट जाएं तो उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं. यही कारण है कि इन्हें कायमाबी मिलने की संभावनाएं बहुत अधिक होती हैं।