गुरु-राहु युति: मेष राशि में 36 साल बाद गुरु-राहु की युति, इन 7 राशियों को होने वाला है लाभ…

मेष राशि में बृहस्पति की राहु के साथ युति बन गई है और वो शनि के प्रभाव में रहेंगे. ज्योतिषियों की मानें तो मेष राशि में देव गुरु बृहस्पति और राहु की युति पूरे 36 साल बाद बन रही है. गुरु-राहु की यह युति मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु, कुंभ और मीन राशि वालों को लाभान्वित कर सकती है.

गुरु-राहु युति।। धन और सौभाग्य के कारक बृहस्पति ग्रह ने 22 अप्रैल को मीन से मेष राशि में प्रवेश कर लिया है. बृहस्पति का यह राशि परिवर्तन मध्यम फलदायी माना जा रहा है. यहां बृहस्पति की राहु के साथ युति बन गई है और वो शनि के प्रभाव में रहेंगे. ज्योतिषियों की मानें तो मेष राशि में देव गुरु बृहस्पति और राहु की युति पूरे 36 साल बाद बन रही . गुरु-राहु की यह युति मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु, कुंभ और मीन राशि वालों को लाभान्वित कर सकती है।

मेष– मेष राशि के लग्न भाव में गुरु-राहु की युति बन रही है. आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा. करियर में बड़े परिवर्तन होंगे. संतान और विवाह के मामलों में तेजी आएगी. नियमित रूप से धर्मस्थान पर जाते रहें।

वृष– वृषभ राशि वाले स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखें. मुकदमेबाजी, कारावास और अपयश से बचाव करें. संतान पक्ष और वैवाहिक जीवन का ध्यान रखें. नियमित रूप से बृहस्पति मंत्र का जप करें।

मिथुन– संतान पक्ष की उन्नति होगी. विवाह तय होने का योग बनता है. आर्थिक स्थिति में लगातार सुधार होता जाएगा. अहंकार से बचें, पूजा उपासना पर ध्यान दें।

कर्क– कर्क राशि के लिए करियर में बड़े परिवर्तनों का समय रहेगा. स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव रह सकता है. संतान और विवाह के मामलों में विलम्ब होगा. गुरु मंत्र का जप करें या शिव जी की उपासना करें।

सिंह– स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में लगातार सुधार होगा. संतान पक्ष की विशेष उन्नति होगी. इस समय विवाह और संतान के मामलों में तेजी आएगी. नियमित रूप से हल्दी मिला हुआ जल सूर्य देव को अर्पित करें।

कन्या– कन्या राशि वाले स्वास्थ्य की समस्याओं का विशेष ध्यान रखें. पेट की समस्याओं और अपयश से बचाव करें. वैवाहिक और पारिवारिक जीवन का ध्यान रखें. नित्य प्रातः बृहस्पति मंत्र का जप करें।

तुला– तुला राशि वालों के जीवन की रुकावटें दूर होती जाएगी. विवाह के मामलों में तेजी आएगी. अभी बड़े निर्णयों में थोड़ी सावधानी रखें. नियमित रूप से धर्मस्थान पर जाते रहें।

वृश्चिक– वृश्चिक राशि वालों के जीवन में बड़ी रुकावटें आ सकती हैं. संतान और करियर के मामले में बाधा आ सकती है. दूर स्थान से थोड़ा लाभ हो सकता है. गुरु मंत्र का जप करें, या शिव जी की उपासना करें।

धनु– धनु राशि वालों के स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में सुधार होगा. करियर और आर्थिक स्थिति बेहतर होती जाएगी. संतान और पारिवारिक मामलों में उन्नति होगी. नियमित रूप से हल्दी मिला हुआ जल सूर्य देव को अर्पित करें।

मकर– स्थान परिवर्तन और स्वास्थ्य में समस्या के योग हैं. माता को लेकर थोड़ा कष्ट हो सकता है. संपत्ति सम्बन्धी कार्यों में सावधानी रखें. नित्य प्रातः बृहस्पति मंत्र का जप करें।

कुम्भ-विवाह और संतान के मामलों में तेजी आएगी. करियर और शिक्षा प्रतियोगिता में लाभ होगा. स्वास्थ्य पर थोड़ा ध्यान बनाये रखना जरुरी होगा. नियमित रूप से धर्मस्थान पर जाते रहें।

मीन– आपको धन, शिक्षा और वाणी के मामले में लाभ होगा. करियर के मामले में सफलता मिलेगी. धर्म और अध्यात्म की तरफ झुकाव बढ़ेगा. नियमित रूप से पूजा उपासना करें, अहंकार से बचें।

Leave a Reply