छत्तीसगढ़ में 10वीं बोर्ड का अब तक जारी नहीं हुआ रिजल्ट… लेकिन इस छात्रा ने साढ़े 4 हजार रूपये देकर अपना रिजल्ट देख लिया.. पूरा मामला जानकार चौंक जाएंगे आप…
सूरजपुर।। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर का कर्मचारी बताकर ठग ने दसवीं की छात्रा को 2 विषय में फेल बता कर ठग लिए 4500 रुपए। जब छात्रा और उनके परिजन को फर्जी कॉल की जानकारी मिली। तब जाकर उन्होंने ने 9 अप्रैल को पुलिस थान में शिकायत किया गया हैं। मामला सुरजपुर जिले के प्रेमनगर थाना इलाके का हैं।
छत्तीसगढ़ बोर्ड का कर्मचारी बताकर ठग ने 10वीं की छात्रा को 2 विषय में फेल बताकर 4500 रुपए ट्रांसफर करा लिए। जब छात्रा को फर्जी कॉल की चेतावनी की जानकारी मिली, तो उसने पुलिस में शिकायत की है। मामला सुरजपुर जिले के प्रेमनगर थाना इलाके का हैं।
दरअसल, नवापारा कलां का रहने वाला छात्रा नीलिमा सिदार कक्षा दसवीं की परीक्षा दी हैं। जो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवापारा कलां में पढ़ाई कर रही थी। 6 अप्रैल शाम 4 बजे के छात्रा के पास अज्ञात नंबर से फोन आया और बताया कि, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर से बात कर रहा हूं। आप 2 सब्जेक्ट में फेल हो गए हैं। 6 हज़ार रुपए दो, पास करा देंगे। फ्रॉडर से हुई बातचीत के बाद छात्रा एवं उनके परिजन ने 4 हज़ार 500 रुपए देने के लिए मान गए। और उसने फ्रॉडर द्वारा बताए गए UPI नंबर पर पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति को कैश दे दिए और उस व्यक्ति ने फोन पे के माध्यम से पैसा भेज दिया। इस दौरान पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति ने बताया कि, बोर्ड इस तरह का कॉल नहीं नहीं करता हैं। बावजूद छात्रा के परिजन नहीं माने, जिसके बाद उन्होंने ने ट्रांसफर कर दिया। इतना ही नहीं फ्रॉडर ने छात्रा के Whatsapp नंबर पर एक रिजल्ट भी भेजा हैं। जिसमें सभी विषयों में उसका नंबर काफी अच्छा हैं। फ्रॉडर ने ये दावा भी किया हैं कि, जब रिजल्ट की घोषणा होगी, तो आपका इतना ही नंबर आएगा।
इस संबंध में संतोष महतो एडिशनल एसपी सूरजपुर ने बताया कि, छात्रा को बयान देने के लिए सूरजपुर बुलाया गया हैं। उसने नॉर्मल आवेदन दिया हैं। पैसे किस बैंक से ट्रांसफर किया गया। और कब किया गया हैं। इसकी डिटेल जानकारी छात्रा ने नहीं दी हैं। उन्होंने आगे बताया कि, जिस नंबर से कॉल आया था। उसकी सूचना साइबर सेल को दे दी गई हैं। साइबर सेल फ्रॉडर की जानकारी और लोकेशन की जानकारी जुटा रही हैं।
बता दें कि, हाल ही में इस तरह की कई मामला सामने आया हैं। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने छात्र-छात्राओं से लगातार अपील कर रहे हैं। और बता रहे हैं कि, इस तरह की जब कॉल बोर्ड के द्वारा आए तो उसके झांसे में आकर रुपए न दें। क्योंकि, बोर्ड इस तरह से कॉल नहीं करता हैं। बावजूद इसके छात्रा ने ठगी का शिकार हो गया।