अशोका बिरयानी के दो कर्मचारियों की गटर में मिली लाश, संदिग्ध मौत पर पुलिस पहुंची जांच करने, मीडिया कर्मी के साथ गुंडई, कैमरे तोड़े..क्षेत्र में सनसनी.., सामने आई बड़ी वजह…
रायपुर।। छत्तीसगढ़ की राजधानी के मशहूर अशोका बिरयानी में दो कर्मचारियों की लाश गटर में मिलने से क्षेत्र में सनसनी मच गई है। गटर के अंदर दो लाश मिलने से बिरयानी सेंटर में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है। हर कोई सब यही सोच रहे कि आखिर दोनों की मौत कैसे हुई? किसी ने उन्हें मारा या फिर गटर की सफाई के दौरान दोनों जहरीले गैस की चपेट में आने से दम तोड़ दिए? मृतकों की पहचान अशोका बिरयानी में काम करने वाले इलेक्ट्रिशियन के रूप में हुई है। दोनों इलेक्ट्रिशियन से आखिर गटर की सफाई क्यों कार्रवाई जा रही थी। फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों का खुलासा हो पायेगा।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र के अशोका बिरयानी की है। आज सुबह बिरयानी सेंटर के दो कर्मचारियों की लाश गटर में मिली। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर तेलीबांधा पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
अशोका बिरयानी होटल में काम करते थे कर्मचारी
मृतकों की शिनाख्त डेविड साहू पिता यशवंत राम उम्र 19 साल निवासी खामहरिया जिला धमतरी और नीलकुमार पटेल पिता जगदीश पटेल उम्र 30 साल निवासी खुटादरहा जांजगीर जिला जांजगीर-चांपा निवासी था। बताया जा रहा है कि तेलीबांधा स्थित अशोका बिरयानी के कर्मचारी बिना कोई सेफ्टी के गटर में साफ सफाई करने उतरे थे। इस दौरान शायद गड्ढे में जहरीले गैस के संपर्क में आ गए और दम घुटने से उनकी मौत हो गई होगी। फिलहाल मामले में जांच जारी है। जानकारी ये भी मिली है कि बिरयानी सेंटर वालों ने साफ सफाई के लिए एक गड्डा बना कर रखा था। दोनों कर्मचारी अशोका बिरयानी में इलेक्ट्रिशियन थे और दोनों से गटर साफ करवाया जा रहा था।
बड़ा सवाल ये है कि क्या होटल का संचालक बाहर से कर्मचारी गटर साफ सफाई के लिए नहीं बुलाता था। और आखिर एक बिजली बनाने वालों से होटल में गटर की साफ सफाई क्यों कार्रवाई जा रही थी। ये पूरा जांच का मामला है। तेलीबांधा पुलिस इन सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। और मृतकों की पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर माजरा क्या था।
खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे पत्रकारों ने कवरेज शुरू की तो बिरियानी सेंटर का प्रबंधन सवालों से बौखला गया। इस दौरान पत्रकारों से मारपीट की गई। निजी चैनल के कैमरामैन का कैमरा भी तोड़ दिया गया।