छत्तीसगढ़ की ये पहचान ऐसे तो बर्बाद हो जाएगी: मैनपाट का जलजली,जहां कूदने से जमीन हिलती है…ऐसा क्या हुआ जानने के लिए?पढ़ें पूरी खबर

अम्बिकापुर।। मैनपाट इलाके के पर्यटन स्थल जलजली में आने वाले पर्यटक यहां की जमीन को खोद रहे हैं, जिससे पानी निकलने से यहां की सुंदरता नष्ट हो रही है। वहीं हिलती-डुलती जमीन का लाेग आनंद नहीं ले पा रहे हैं। यहां उछलने पर जमीन हिलती है और यही यहां का आकर्षण का केंद्र है। नए साल के पहले दिन से यहां पर्यटकों की भीड़ जुट रही है।

कुछ लोग यह पता लगाने जमीन को नुकीली चीजों से खोदा जा रहा है कि जमीन के भीतर आखिर क्या है, जिससे जमीन उछलती है। वन विभाग द्वारा पर्यटकों के हिसाब से यहां सुविधाएं बढ़ाई गई हैं, लेकिन संकेतक बोर्ड तक नहीं लगाए गए हैं कि जमीन को न खोदें। जहां जमीन उछलती है, वहां खोद देने से चारों तरफ कीचड़ हो गया है।Screenshot 2022 01 10 15 39 53 11 40deb401b9ffe8e1df2f1cc5ba480b12 console corptech

उत्खनन करने से इस प्राकृतिक स्थान की सुंदरता नष्ट होगी

भू-गर्भ शास्त्री विमान मुखर्जी के अनुसार जलजली की उत्पत्ति ज्वालामुखी के उद्गार कुंड में हुई है। क्रिटेशिएस काल के बाद बड़े पैमाने पर ज्वालामुखी की घटना हुई, जिसमें मैनपाट भी है। इस क्रिया के बाद कुंड में जलभराव हुआ। कालांतर में यह सूखा भी और उसमें वनस्पति भी उग आई। यह करोड़ों वर्ष पुरानी घटना है। वनस्पति की जड़ और पानी के कारण यह स्थान जलजली लगता है। इस क्षेत्र में उत्खनन करने से इस प्राकृतिक स्थान की सुंदरता नष्ट होगी।

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