क्या सरकार सुनेगी छात्रों की आवाज- जर्जर भवन में खतरे के बीच पढ़ रहे छात्र, प्रदर्शन कर नए भवन के लिए मांगी रकम
रमेश सिन्हा, पिथौरा। जर्जर स्कूल भवन की समस्या से जूझ रहे पिथौरा थाना क्षेत्र के डुमरपाली स्कूल के बच्चों ने स्कूल भवन के लिए राशि आवंटन की मांग करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप प्रदर्शन किया. स्थिति को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया था.
विकासखंड पिथौरा में कई स्कूलों में की छत से पानी टपकता है, तो किसी स्कूल के भवन से मलबा गिरता है. हर बार बारिश के दिनों में यही हालात होते हैं, आलम यह रहता है कि स्कूल में छुट्टी घोषित करनी पड़ती है.
जानकारी के अनुसार, जिला परियोजना कार्यलय अंतर्गत विकासखण्ड पिथौरा के 15 स्कूल को विभाग की ओर से डिस्मेंटल के लिए रिमार्क किया जा चुका है, लेकिन अब भी भवन के अभाव में ज्यादातर जर्जर कक्षाओं में स्कूल संचालित हो रहे हैं.
ऐसे ही हालात से गुजर रहे डुमरपाली स्कूल के छात्रों ने अपनी समस्या को लेकर शासन-प्रशासन तक को अवगत करा चुके हैं. यहां तक मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं, जिन्होंने संवेदनशील दिखाते हुए राशि के आवंटन का आश्वासन भी दिया, लेकिन आज तक राशि आवंटित नहीं हुई है.
ऐसे में आदिवासी छात्र संगठन के बैनर तले प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने ग्राम डुमरपाली में हाईस्कूल भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की जाए. डुमरपाली स्थित प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास में सीट की संख्या 30 से बढ़ाकर सौ करने की मांग रखी.