बिग ब्रेकिंग – झारखंड के विधायकों के लिए सरकारी गाड़ी में आधी रात को शराब डिलीवरी, पूर्व CM रमन सिंह बोले..!!

रायपुर। झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार खतरे में चल रही है. पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी कुर्सी बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं. राज्यपाल से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है, ऐसे में सरकार पर आशंका के बादल मंडरा रहे हैं. अभी तक साफ नहीं हो पा रहा है कि हेमंत की सीएम कुर्सी जाने वाली है या बच जाएगी? इसी असमंजस की वजह से विधायकों के टूटने का खतरा भी बढ़ गया है. अब महाराष्ट्र जैसा खेल ना हो जाए, विधायक बगावती तेवर ना दिखा जाएं, ऐसे में हेमंत सोरेन ने यूपीए के सभी विधायकों को एयरलिफ्ट कर रायपुर के मेफेयर होटल में ठहराया गया है।IMG 20220831 WA0009 console corptech

शराब पॉलिटिक्स पर रमन सिंह ने कहा – झारखंड के विधायकों की रिसाॅर्ट पॉलिटिक्स पर पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह ने पलटवार किया है. उन्होंने हार्स ट्रेडिंग के आरोपों पर कहा कि बीजेपी ने ना तो झारखंड में और न ही छत्तीसगढ़ में विधायकों से किसी भी तरह से बात नहीं की है. बीजेपी का कोई नेता मेफेयर मिलने नहीं गया. झारखंड गठबंधन सरकार को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है.

कम से कम सरकारी वाहन को तो बख्श देते – मेफेयर रिसार्ट के बाहर सरकारी गाड़ी में शराब पहुंचाने पर डाॅ. रमन ने कहा, झारखंड के विधायकों को रायपुर लाने तक बात ठीक थी, लेकिन सरकारी गाड़ी में विदेश की महंगी शराब का पकड़ाना सवाल खड़ा कर रहा है. झारखंड से लाए गए विधायकों को दारू पिलाइए, मुर्गा खिलाइए मगर अवैध रूप से सरकारी गाड़ी में जो शराब पकड़ी गई इस पर कोई केस नहीं बना. मुझे लगता है यह सब उचित नहीं है.

जाने पूरा मामला – असल में इस साल 10 फरवरी को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने राज्यपाल से मुलाकात की थी. उस मुलाकात के दौरान बीजेपी की डेलिगेशन ने हेमंत सोरेन की सदस्यदा रद्द करने की मांग उठा दी थी. आरोप लगाया गया था कि सीएम रहते हुए सोरेन ने 88 डिसमिल पत्थर माइनिंग लीज पर लिया. बीजेपी ने इसे लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम (RP) 1951 की धारा 9A का उल्लंघन माना और सीएम की इस्तीफे की मांग कर दी. अब बीजेपी की शिकायत पर ही राज्यपाल ने ये केस चुनाव आयोग को भेज दिया. चुनाव आयोग ने इस मामले की विस्तृत जांच की जिसमें हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहरा दिया गया.

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