छत्तीसगढ़ सीएम ने दिए निर्देश: महुआ शराब बनाने वाले आदिवासी से अवैध वसूली पर होगी कार्यवाही…

कोरबा।। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात के अंतर्गत कोरबा जिले के पाली तानाखार विधानसभा (रेस्ट हाउस) में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शासकीय योजनाओं का शत- शत प्रतिशत लाभ आम जनता को दिलाने के लिए बेहतर प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि रिश्वतखोरी की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि औद्योगिक जिला होने के बावजूद भी बहुत सी विसंगतियां हैं। आम जनता के जीवन की बेहतरी के लिए बेहतर प्रयास करने की आवश्यकता है। महुआ शराब बनाने वाले आदिवासी से अवैध वसूली पर होगी कार्यवाही। शिकायत मिलने पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आबकारी विभाग के अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश ।

प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि पूरे देश में मिलेट्स की सबसे ज्यादा ख़रीदी छतीसगढ़ में की गई है। कोरबा की चिरौंजी की मांग दुनिया भर में है, इसलिए कोरबा में चिरौंजी का प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का फ़ैसला किया है। महुआ के संकलन के लिए अब तकनीक का उपयोग किया जाएगा, नेट लगाकर संग्रहण का निर्णय लिया है ताकि ज़मीन पर गिरने से महुए की गुणवत्ता ख़राब ना हो, ज़्यादा दाम मिले। नेट विधि से महुआ संग्रहण करके पांच हजार क्विंटल इंग्लैंड निर्यात किया गया। हाट बाजार क्लिनिक योजना की गाड़ियां सभी हाट बाजारों में जाए, ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके, इसकी व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। जिले में श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलने की मांग आई है।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि धान संग्रहण केंद्र 1900 से बढ़कर 2500 हो गया है, जिससे किसानों को दूर नहीं जाना पड़ रहा है। दूरस्थ अंचलों में भी अंग्रेजी माध्यम की बेहतर शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति के संवर्धन की दिशा में कार्य करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। आदिवासी संस्कृति और परम्पराओं को बचाना है, संस्कृति संरक्षण के लिए 25 देवगुड़ी के निर्माण की घोषणा कल की गई। ट्रांसपोर्ट नगर निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि सचिव स्तर पर अधिकारियों की टीम गठित कर जांच के पश्चात ट्रांसपोर्ट नगर स्थल के बारे में निर्णय लिया जाएगा।

नक्सलवाद पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि पिछले साल सबसे कम घटना हुई, सबसे कम जवान हताहत हुए, सबसे कम आम नागरिक प्रभावित हुए। गौठान मवेशियों के डे केयर के रूप में उपयोगी साबित हो रहा है। विभिन्न आजीविका गतिविधियां भी गौठानों में संचालित हो रही हैं। यहां ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। फसल सुरक्षा, रोड एक्सीडेंट की घटनाएं कम करने और ग्रामीण अंचल में बेहतर आजीविका सुनिश्चित करने के लिए गौठान बनाए गए हैं। महिलाएं गौठानों में बिजली उत्पादन भी करेंगी। जिले में हाथी की समस्या पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथी मानव द्वंद्व नहीं होना चाहिए। नरवा कार्यक्रम इस द्वंद्व को कम करने बेहतर साबित हो रहा है। 13 हजार नालों का ट्रीटमेंट किया जा चुका है। कटघोरा को जिला बनाने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा- अभी नहीं। कोरबा जिले के 117 मसाहती गांवों के सर्वे करने के कलेक्टर को दिए निर्देश

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