CG ब्रेकिंग – 2 घंटे में दो हत्याओं से दहशत, जानिए कहां हुई ये वारदात
छग न्यूज़ राजनांदगांव। शहर में हुई चाकूबाजी की अलग-अलग घटनाओं में दो युवकों की हत्या हो गई। दोनों ही घटनाओं में पुरानी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। हत्या की दोनों वारदातें कल रात 10-12 बजे के बीच कोतवाली थाना क्षेत्र में हुई है। घटना में 3 नाबालिगों समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पहली घटना शहर के संगम चौक तुलसीपुर की है, जहां आपसी रंजिश में 23 साल के कलीम खत्री की कुछ लोगों ने चाकू मारकर हत्या कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की है। ASP राजनांदगांव लखन पटले ने कहा कि कलीम खान की 2-3 दिन पहले आरोपी पक्ष के साथ मारपीट हुई थी। 3 नाबालिग समेत 4 युवकों ने कलीम के दोस्तों के साथ मारपीट की थी, इसे लेकर ही दोनों पक्षों के बीच बुधवार रात को भी विवाद हुआ। जिसके बाद 3 नाबालिग और एक बालिग आरोपी ने कलीम खान की धारदार हथियार से हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में 3 नाबालिग समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 3 नाबालिग आरोपियों का केस बाल न्यायालय में चलेगा, वहीं एक आरोपी बालिग है, जिसका नाम अनमोल शेंडे (20 वर्ष) है। वहीं दूसरी घटना शहर के शंकरपुर बस्ती की है। यहां 29 वर्ष के विनय भारती की हत्या 4 लोगों ने मिलकर कर दी। इस घटना के पीछे भी पुरानी रंजिश बताई जा रही है। बुधवार रात करीब 10 बजे विनय की आरोपियों के साथ बहस हुई, जिसमें आरोपियों ने विनय को चाकुओं से गोद दिया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। आरोपी अनिमेष तिवारी (24 वर्ष), आर्यन नयाक (18 वर्ष), नीलेश तिवारी और दीपेश नेताम (19 वर्ष) वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। वारदात कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चिखली चौकी इलाके में हुई। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने हत्या के कुछ ही घंटों के बाद चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद गुरुवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इधर शहर में 2 घंटे में दो हत्याओं से दहशत का माहौल है। लोगों का आरोप है कि घटनास्थल से कोतवाली थाने की दूरी 4-5 किलोमीटर है, इसके बावजूद पुलिस हत्याओं को रोकने में नाकाम साबित हुई