CG भ्रष्टाचार: परेशान ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव और रोजगार सहायिका के खिलाफ कलेक्टर से कि शिकायत, ‘बिना पुल बनाए’ सरकारी पैसों का किया बंदरबांट… जानें पूरा मामला

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छत्तीसगढ़/सक्ती।। जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बेल्हडिह में सरपंच सचिव एवम् रोजगार सहायिका के कारनामों से ग्रामीण परेशान हो चुके है दरअसल बेल्हड़ीह के आश्रित ग्राम रानीगाव के ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि सरपंच चंद्रकला रात्रे एवम् उनके पति गंगाधर रात्रे तथा रोजगार सहायिका सचिव नागेश्वरी साहू द्वारा के द्वारा मनमानी पूर्वक काम कराने को लेकर ग्रामीण परेशान है ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच और रोजगार सहायक द्वारा मनरेगा के कार्यों में बिना काम कराए बगैर अपने करीबी लोगो के खातों में पैसे का आहरण कर रहे हैं और अगर मनरेगा से काम करते हैं तो उनके खास और चुनिंदा लोगों के नाम से ही मस्टररोल भारा जाता है वहीं दूसरे तरफ एक साल पहले गौठान एवम् तलाब में मनरेगा के तहत कार्य करने वाले ग्रामीणों को उनका मेहनत का राशि मिला ही नही वहीं ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए कहा कि रोजगार सहायिका किसी भी काम को करने के लिए ग्रामीणों से पैसे की मांग करती है जिससे ग्रामीण परेशान है।

ग्राम पंचायत के कार्यों में सरपंच पति करते हैं दखलंदाजी

वहीं यहां के सरपंच पति भी कोई अजूबे से कम नहीं को खुद शासकीय कर्मचारी होते हुए भी ग्राम पंचायत के कार्यों में दखअंदाजी कर ग्रामीणों को परेशान करते नजर आते है। यहां तक के सरपंच पति जनपद पंचायत के कार्यों में भी दखलंदाजी करते फिरते है जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर से कि है ।

पुल बनाने के नाम पर बिना काम कराए ही निगल गए शासकीय राशि, बिना पुल ग्रामीणों को आने जाने में हो रही दिक्कत।

ग्रामीणों ने सरपंच के ऊपर एक बड़ा आटोप यहां भी लगाया है कि आश्रित ग्राम रानी गांव में तलाब के पास एवम् कीर्तन घर के पास पुल निर्माण करने के नाम पर फर्जी तरीके से राशि आहरण कर राशि को गबन कर लिया गया है हालात यह है, अब हालात यह है कि ग्रामीणों को बरसात के दिनों में एवम् बुजुर्गों को तलाब में आने जाने में दिक्कतो का सामना करना पड़ता है ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कई लोग उस निर्माणधीन पुलिया गीरकर चोटिल भी हो चुके है।

उचित मूल्य की राशन लेने के लिए बुजुर्गों को जाना पड़ता है दूर इससे पहले नहीं थी ऐसी दिक्कत ग्रामीणों की एक शिकायत यह भी है कि उनको उचित मूल्य की राशन लेने के गांव से 2 किमी की दूरी तय करना पड़ता है जबकि अगले पंचवर्षीय में रानीगांव में ही राशन देने की व्वस्था थी मगर अब सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए रानी गाव में अलग से राशन वितरण न कर अपने घर में ही राशन वितरण कर रहे जाता है वहीं ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच बनने के पहले उनके द्वारा बोला गया था कि गांव में लाकर राशन वितरण किया जाएगा मगर गांव में राशन वितरण कि व्यवस्था करना तो दूर उल्टा ग्रामीणों के हक को मारकर उन्हें परेशान किया जा रहा है वही ग्रामीणों के शिकयत पर जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने जल्द ही जांच कर उचित कार्यवाही करने की बात कही है अब देखना होगा कि कब तक जांच टीम गठित कर जांच किया जाता है।

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