‘जिस उंगली से मोदी को दिया वोट उसे काट दिया’ सरकार को भेजी कटी हुई उंगली’ जानिए क्यों इतना बौखलाया युवक…
उल्हासनगर।। करीब 20 दिन पहले पत्नी के साथ खुदकुशी करने वाले युवक के भाई ने ऐसा कारनामा कर दिया है कि पूरे प्रदेश की सियासत में बवाल मच गया है। दरअसल युवक ने अपनी एक उंगली काटकर राज्य सरकार को भेज दी है और उसने ये भी कहा है कि अब हर हफ्ते अपने शरीर का एक – एक अंग काटकर सरकार को भेजते रहेंगे। अब सवाल उठता है कि युवक ऐसा क्यों कर रहा है? आखिर युवक के भाई और भाभी ने क्यों खुदकुशी की? तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा माजरा ?
मिली जानकारी के अनुसार नंदकुमार ननावरे ने लगभग बीस दिन पहले अपनी पत्नी के साथ खुदकुशी कर ली थी। बताया गया कि नंदकुमार ननावरे लंबे समय से दबंगों से परेशान थे, जिसके चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया। नंदकुमार ननावरे अंबरनाथ के विधायक बालाजी किनिकर के पीए थे। वहीं, दोनों की खुदकुशी किए जाने के 20 दिन बाद तक दबंगों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। जबकि सुसाइड नोट और एक वीडियो में नंदकुमार ननावरे ने खुलकर अपनी बात रखी थी।
वहीं, अब धनंजय का एक विडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि अपनी उंगली काटकर उन्होंने राज्य सरकार को भेजी है और कहा है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती वह अपने शरीर का एक-एक अंग काटकर सरकार को भेजते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिस उंगली से मोदी सरकार बनवाई है, वह उंगली मैंने काट दी है। इस घटना के बाद ठाणे क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी उल्हासनगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रवक्ता कमलेश निकम, विधायक किनिकर के पीए शशिकांत साखे के अलावा गणेश कांबले और नरेश गायकवाड को हिरासत में लिया है।
नंदकुमार ननावरे अपने परिवार के साथ उल्हासनगर कैंप नंबर 4 के अशेलेपाडा इलाके में रहते थे। करीब 20 दिन पहले उन्होंने पत्नी उर्मिला के साथ बंगले की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कुछ दिन बाद एक विडियो सामने आया, जिसमें ननावरे बताया कि उल्हासनगर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रवक्ता कमलेश निकम, सतारा जिले के फलटन तालुका में रहने वाले संग्राम निकलजे, रंजीतसिंह नाइक निंबालकर, वकील ज्ञानेश्वर देशमुख और नितिन देशमुख से परेशान होकर हम आत्महत्या कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि सतारा के आरोपियों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ली हुई है। ननावरे पहले दिवंगत पूर्व विधायक ज्योति कालानी के निजी सहायक के रूप में कार्यरत थे। पिछले कुछ सालों से वह अंबरनाथ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालाजी किनिकर के निजी सहायक (पीए) के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन इस घटना के बाद डॉ. बालाजी किनिकर ने सोशल मीडिया के जरिए स्पष्ट किया कि ननावरे उनके निजी सहायक नहीं हैं।
पुलिस ने जब नंदकुमार ननावरे के शव की जांच की तो उनके बरमूडा की जेब से एक पत्र भी मिला । ननावरे के भाई धनंजय ननावरे ने अफसोस जताया कि विडियो और नोट के आधार पर मामला दर्ज होने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। मामले की जांच विट्ठलवाडी पुलिस से लेकर अपराध शाखा को सौंप दी गई है। धनंजय ननावरे पिछले एक हफ्ते से अपराध शाखा विभाग के जांच अधिकारियों से मिल रहे हैं और फॉलोअप ले रहे हैं, लेकिन पुलिस अधिकारियों से उचित जवाब नहीं मिलने के कारण आखिरकार धनंजय ननावरे ने अपनी उंगली काट ली।